FASTag New Rule: अब आपको एक्सप्रेसवे और हाईवे पर टोल प्लाजा के ट्रैफिक से निजात मिलने वाली है. इसके लिए सरकार एक नई टोल पॉलिसी लेकर आ रही है. इस नीति के तहत आपको सिर्फ उतना ही टोल देना होगा, जितनी आपकी गाड़ी ने दूरी तय की है. इस नीति के तहत आपको वक्त पर अपना टोल जमा करना होगा, वरना आपको टोल से ज्यादा जुर्माना भरना पड़ सकता है. इस नियम के तहत वक्त पर टोल नहीं जमा करने पर आपका सिविल स्कोर भी गिरेगा. इसका असर आपको लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में देखने को मिल सकता है. इस नियम के तहत सरकार, RBI और बैंक तीनों आपस में फाइनल डिस्कशन में जुटे हैं. इसलिए आप हमेशा इन चीजों को लेकर अपडेट रहे.
लोगों को मिलेगा फायदा
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय लोगों को ट्रैफिक से निकालने के लिए तरह-तरह के तरीकों पर काम करती रहती है. इसके लिए मंत्रालय जीपीएस मैपिंग के आधार पर टोल का निर्धारण कर रही है. इसके लिए आपकी गाड़ी जितनी दूरी तक नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर चलेगी, आपको सिर्फ उतना ही टोल भरना होगा. ये नियम उन लोगों को काफी फायदा पहुंचा सकता है, जो रोजाना कम दूरी तय करते हैं. आमतौर पर जब भी आप 50 किमी की दूरी तय करते हैं तो आपको 150-200 रुपये का टोल भरना पड़ जाता था.
GPS ट्रैकिंग
अब टोल की जांच आपके गाड़ी द्वारा हाईवे और एक्सप्रेसवे पर चलाई गई किलोमीटर के हिसाब से होगी. जैसे, मान लिजिए आपने अपनी गाड़ी से 40 किमी का सफर किया, तो लगभग ₹2.75 प्रति किमी के हिसाब से आपको 110 रुपये टोल देना पड़ेगा, इससे पहले आपको फिक्स्ड 150-200 रुपये देना पड़ता था, चाहे आपकी गाड़ी महज 10 किमी ही क्यों न चली हो.
क्या कहता है नियम?
आपको हमेशा अपने FASTag वॉलेट में एक मिनिमम बैलेंस रखना होगा. अगर आपके वॉलेट में पैसे कम हुए और आपने टोल नहीं भरा, तो FASTag ब्लैकलिस्ट हो जाएगा.
जुर्माना
FASTag ब्लैकलिस्ट होने के बाद भी अगर आपने 2-3 दिनों के अंदर पैसे नहीं जमा किए, तो आपको टोल की रकम का 3-5 गुना जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसके साथ- साथ ये लापरवाही आपके CIBIL स्कोर को भी खराब कर सकती है, जिससे फ्यूचर में आपको लोन लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
सिविल स्कोर
CIBIL स्कोर का बैंक में काफी महत्व है. आपका सिविल स्कोर (300 से 900) आपकी कर्ज चुकाने की काबिलियत बताता है. सिविल स्कोर जितना ज्यादा होगा, उतना ही आसानी से बैंक आपको लोन या क्रेडिट कार्ड देगी. सिविल स्कोर खराब होने की वजह से बैंक आपको एक लापरवाह ग्राहक मानता है.