Noida EV Charging Fine: एक तरफ देश भर में लोग अपनी पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को छोड़कर इलेक्ट्रिक कार की तरफ बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके चार्जिंग को लेकर किसी तरह का कोई खास इंतेजाम नहीं किया जा रहा है. देश में आज भी स्थायी तौर पर कहीं चार्जिंग प्वाइंट्स के सही इंतजाम नहीं है. इसका ताजा उदाहरण नोएडा की एक पॉश सोसायटी में देखने को मिला. जहां एक महिला की इलेक्ट्रिक कार को घर से चार्ज करने पर 25000 रुपये का जुर्माना थोप दिया गया. सोसायटी का चार्जिंग प्वाइंट ठीक न होने पर महिला ने इमरजेंसी में फर्स्ट फ्लोर की बालकनी से कार चार्ज किया था.
क्या है मामला?
बहुत सारे केसेस में ये बात सामने आई है कि अगर आपका खुद का घर है तो आप अपनी इलेक्ट्रिक कार चार्ज कर सकते हैं, लेकिन अगर आप किसी अपार्टमेंट में रहते हैं तो आपको गाड़ी चार्ज करने पर रोक लगाई जाती है.नोएडा के सेक्टर 76 में मौजूद आम्रपाली प्रिंसली एस्टेट सोसायटी में निहारिका श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ रहती हैं.
निहारिका श्रीवास्तव ने बताया कि सोसायटी के ईवी चार्जिंग प्वाइंट में जनवरी 2023 से ही दिक्कत आ रही थी. उन्होंने इस बारे में कई बार मेंटेनेंस टीम को बताया. सोसायटी के वॉट्सएप ग्रुप पर बताया, लेकिन नवंबर तक सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उस समय के AOA (अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन) के साथ मीटिंग में राय बात बनी कि कॉमन मीटर लगवा लें. इसमें सोसायटी में जिसे भी जरूरत हो वो कार रात में चार्ज कर सकते हैं.
निहारिका और उनके परिवार ने बताया कि उन्होंने खुद के खर्चे पर अच्छी कंपनी का चार्जिंग प्वाइंट लगवाया. इस चार्जिंग प्वाइंट को मेंटेनेंस की टीम ने ही लगाया. नया AOA आने पर उन्हें इस चार्जिंग प्वाइंट से दिक्कत होने लगी. 17 अप्रैल को भी इसी तरह की दिक्कत हुई. जितने भी चार्जिंग प्वाइंट थे, उनमें से कोई काम नहीं कर रहा था. इस पर उन्होंने 'MyGate' ऐप पर मेंटेनेंस कंपनी को बताया कि आज मैं घर के नीचे कार चार्ज कर रही हूं. उसके बाद ही फर्स्ट फ्लोर से मैंने अपनी कार इमरजेंसी में चार्ज किया.
@MHI_GoI @MinistryofPower @UPPCLLKO
How do you expect the ev adoption to go up in light of the fact that rwas are penalising residents for charging their evs from their domestic meter & forcing them to use distant public chargers at higher costs?
Pl help @PankajSinghBJP sir pic.twitter.com/ZbAJa9iUZj— TDB (@thedeshbhakt56) April 17, 2025
निहारिका का आरोप है कि उनके पति और ससुर ने जब AOA के अध्यक्ष विकास सिंह को इस दिक्कत के बारे में बताया उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही बात करता हूं. बात बढ़ी तो उन्होंने मेरे ससुर से भी बदतमीजी की.
इसके बाद कार में क्लैंप लगा दिया गया. मैंने सिक्योरिटी से बात की तो उन्होंने आश्वस्त किया कि सुबह क्लैंप हटा देंगे, लेकिन हमारे ऑफिस जाने के समय तक क्लैंप नहीं निकला. तब हम लोगों ने पुलिस को कॉल किया. पुलिस के सामने फेसिलिटी मैनेजर और मेंटेनेंस टीम ने क्लैंप हटाने की बात की. लेकिन बाद में उन्होंने हमें 25000 का नोटिस भेज दिया. उन्होंने पूरा मामला डायवर्ट करने के लिए उल्टा हम लोगों पर ही गार्ड से गाली-गलौच करने का आरोप लगा दिया.
वहीं AOA अध्यक्ष विकास सिंह का कहना है कि कजम चार्जर में दिक्कत थी, टैरो चार्जर चल रहा था. कजम से फ्री में चार्जिंग होती है और टैरो से चार्जिंग का पैसा देना होता है. पैसा देने से बचने के लिए वे घर से कार चार्ज कर रही थीं. विकास का आरोप है कि निहारिका ने सिक्योरिटी और मेंटेनेंस टीम से बदतमीजी की.
@dmgbnagar @CeoNoida @nitin_gadkari @OfficeOfNG @Abhijeet_Sinhaa we are being constantly harassed and penalised by the rwa/aoa in all possible ways. We really need help from the authorities.someone please help https://t.co/lV1JaEZoZt pic.twitter.com/ARxtxs8G3f
— TDB (@thedeshbhakt56) April 18, 2025
निहारिका ने बताया कि वे और उनके पति दोनों ही गुड़गांव में जॉब करते हैं. इसके चलते रोजाना 150 किलोमीटर तक वे गाड़ी चलाते हैं. चार्जिंग न होने से उन्हें ऑफिस आने-जाने में दिक्कत होती है. वे चाहते हैं कि मेंटेनेंस टीम के साथ अवैध जुर्माना हटाए.