Traffic Police Rights: ट्रैफिक पुलिस से कई बार लोग बहस करने लगते हैं या फिर अपने वाहन के डॉक्युमेंट्स नहीं दिखाते हैं, ऐसे में आज हम आपको ट्रैफिक पुलिस के उन 5 अधिकारों के बारे में बताने जा रहे हैं जो उन्हें सरकार की तरफ से दिए गए हैं. हर गाड़ी चलाने वाले शख्स को इन अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए और आप इनके बीच में सवाल नहीं उठा सकते हैं.
ट्रैफिक पुलिस के 5 बड़े अधिकार:
1. वाहन रोकना और दस्तावेजों की जांच करना:
ट्रैफिक पुलिस किसी भी वाहन को रोक सकती है और चालक से ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन का पंजीकरण, बीमा प्रमाण पत्र और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र मांग सकती है, आपको उन सभी दस्तावेजों को तुरंत ही ट्रैफिक पुलिस को दिखाना चाहिए. अगर ये दस्तावेज आपके पास नहीं है तो आपको ट्रैफिक पुलिस का जुर्माना झेलना पड़ सकता है साथ ही आपका वाहन भी जब्त हो सकता है.
2. चालान काटना:
अगर आप ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए पाए जाते हैं तो ट्रैफिक पुलिस आपको चालान जारी कर सकती है. चालान में जुर्माने की रकम और भुगतान की तारीख की डिटेल्स मेंशन होती हैं. चालान का भुगतान ना करने पर जुर्माना बढ़ाया जा सकता है या फिर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
3. शराब या नशीली दवाओं के प्रभाव में गाड़ी चलाने वालों का चालान काटना:
अगर आप नशे में गाड़ी चला रहे हैं और ट्रैफिक पुलिस आपको पकड़ लेती है तो आपके ऊपर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है, इतना ही नहीं आपका लाइसेंस तक कैंसल किया जा सकता है. जरूरत पड़ने पर आपको गिरफ्तार किया जा सकता है.
4. वाहन को जब्त करना:
अगर आपके पास गाड़ी के दस्तावेज नहीं है या फिर गाड़ी में किसी तरह की गड़बड़ है, तो ट्रैफिक पुलिस आपकी गाड़ी को जब्त कर सकती है.
5. गिरफ्तारी:
ट्रैफिक पुलिस कुछ गंभीर अपराधों के लिए, जैसे कि ओवर स्पीडिंग करने के लिए, साइलेंसर से जरूरत से ज्यादा आवाज करने के लिए, नशे में गाड़ी चलाकर दुर्घटना करने जैसे अपराधों के लिए आपको गिरफ्तार कर सकती है.