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सफेद रबर से बने टायर क्यों होते हैं काले, जानें इसके रंग के पीछे की असली वजह!

Why Tyres are Black: बचपन से हम देखते आ रहे हैं कि वाहनों में इस्तेमाल होने वाले टायर का रंग काला होता है, हालांकि असली रबर तो सफेद या पीले रंग का होता है, तो फिर उसे टायर बनाने से पहले काला क्यों किया जाता है. आइए जानते हैं. 

सफेद रबर से बने टायर क्यों होते हैं काले, जानें इसके रंग के पीछे की असली वजह!
MD Altaf Ali|Updated: Apr 29, 2025, 12:10 PM IST
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Why Tyres are Black: बाइक, कार, बस और ट्रक से लेकर आसमान में उड़ने वाले प्लेन में पहियों का इस्तेमाल होता है. हम शुरू से देखते आ रहे हैं कि इन पहियों में इस्तेमाल होने वाले टायरों का कलर काला होता है. हालांकि ये टायर सफेद रबर से बनते हैं, लेकिन इसे काले रंग में बदला जाता है. आखिर क्या है इसके पीछे की कहानी, आइए जानते हैं. 

टायर असल में प्राकृतिक रबर से बनाए जाते हैं, जो सफेद या हल्का पीला होता है, लेकिन टायर काले इसलिए होते हैं क्योंकि उनमें एक खास पदार्थ मिलाया जाता है जिसे 'कार्बन ब्लैक' (Carbon Black) कहते हैं. 

क्यों मिलाते हैं कार्बन ब्लैक?
टायर में 'कार्बन ब्लैक' मिलाने से उसकी ताकत और टिकाऊपन बढ़ जाती है. प्राकृतिक रबर अपने आप में बहुत मजबूत नहीं होता है. इसलिए इसमें कार्बन ब्लैक को मिलाया जाता है, जिससे उसकी मज़बूती और घर्षण सहने की क्षमता बढ़ जाती है. 

गर्मी को फैलाने के लिए
जब टायर सड़क पर चलते हैं, तो वो गर्म हो जाते हैं. ऐसे में कार्बन ब्लैक गर्मी को फैलाने और टायर को ठंडा रखने में मदद करता है, जिससे वो जल्दी खराब नहीं होते हैं. 

UV सुरक्षा
सूरज की यूवी रेज (UV) किरणें रबर को कमजोर बना सकती हैं. कार्बन ब्लैक टायर को UV किरणों से बचाता है, जिससे वो ज़्यादा समय तक चलते हैं. 

क्या सफेद टायर बनाए जा सकते हैं?
ऐसा नहीं है कि टायर बनाने के लिए उसमें कार्बन ब्लैक मिलाया ही जाए, पहले के जमाने (1900 के दशक) में टायर सफेद रबर से ही बनाए जाते थे, लेकिन वह जल्दी घिस जाते थे. उन टायरों में ज्यादा ताकत नहीं होती है, और गर्मी या धूप से जल्दी खराब हो जाते थे. इसलिए कार्बन ब्लैक मिलाकर टायर काले बनाए जाने लगे, जिससे वे ज्यादा मजबूत, टिकाऊ और भरोसेमंद हो गए. 

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