एयर इंडिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीते छह महीनों में उड़ान संचालन और सुरक्षा मानकों को लेकर एयरलाइन पर गंभीर सवाल उठे हैं. राज्यसभा में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने सोमवार को बताया कि पिछले छह महीनों के दौरान एयर इंडिया को कुल 9 कारण बताओ नोटिस (show cause notices) जारी किए गए हैं, जो 5 अलग-अलग सुरक्षा उल्लंघनों से संबंधित हैं.
मंत्री के अनुसार, इन नोटिसों में से एक उल्लंघन पर कार्रवाई पूरी की जा चुकी है, जबकि बचे मामलों की जांच और प्रक्रियाएं अभी चल रही हैं. ये नोटिस नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से जारी किए गए हैं, जो देश में विमानन सुरक्षा और संचालन के लिए शीर्ष नियामक संस्था है.
एयर इंडिया को नोटिस क्यों?
राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इन नोटिसों का संबंध एयर इंडिया की उड़ानों की सुरक्षा, विश्वसनीयता और उड़ान योग्यता से है. साथ ही, पूछा गया था कि क्या एयर इंडिया के मेंटनेंस, संचालन या उसके क्रू के संबंध में भी DGCA की ओर से कोई कार्रवाई या कम्युनिकेशन हुआ है.
अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर भी जवाब
मंत्री ने 12 जून को अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया की विमान दुर्घटना के कारणों को लेकर भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस हादसे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने सौंप दी है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पिछले छह महीनों में एयर इंडिया की विश्वसनीयता में कोई नेगेटिव ट्रेंड रिपोर्ट नहीं की गई है.
क्या होगी अगली कार्रवाई?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बार-बार की गई सुरक्षा चूकें न केवल एयरलाइन की साख पर असर डालती हैं, बल्कि यात्रियों की जान को भी खतरे में डालती हैं. DGCA के इन नोटिसों से साफ है कि आने वाले समय में एयर इंडिया पर सख्त मॉनिटरिंग रखी जाएगी और यदि सुधार नहीं हुआ तो लाइसेंस सस्पेंशन या जुर्माना जैसी कड़ी कार्रवाई हो सकती है.