AU Small Finance Bank Share Price: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से बैंकिंग सेक्टर में बड़ा कदम उठाया गया है. आरबीआई (RBI) की तरफ से एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड (AUSFB) को यूनिवर्सल बैंक बनने के लिए मंजूरी दी गई है. रिजर्व बैंक का यह कदम एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और उसके निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी वाला है. केंद्रीय बैंक का यह कदम स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए बड़े बदलाव वाला है. केंद्रीय बैंक की तरफ से पिछले 10 साल से भी ज्यादा समय में जारी किया गया पहला पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस है.
यूनिवर्सल बैंक बनने से क्या बदलेगा?
आरबीआई की तरफ से एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को यूनिवर्सल बैंक का दर्जा दिये जाने के बाद बैंक अब बड़े लोन को मंजूरी देने के साथ ही अधिक ग्राहक बना सकेगा. इसके अलावा बैंक को अपना एक्सटेंशन करने के लिए भी आरबीआई की मंजूरी मिल सकेगी. एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AUSFB) को 2015 में आरबीआई की तरफ से स्मॉल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस जारी किया गया था. इसके बाद अप्रैल 2017 से बैंक ने अपनी सर्विस शुरू की थी. मौजूदा समय में बैंक के पास 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेश में 2,505 से ज्यादा बैंकिंग टचप्वाइंट हैं. जून 2025 तक बैंक के 1.15 करोड़ से ज्यादा कस्टमर और 53,000 से ज्यादा एम्पलाई हैं.
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AUSFB ने कब किया था आवेदन?
बैंक की तरफ से यूनिवर्सल बैंक बनने के लिए 3 सितंबर 2024 को आवेदन किया गया था. बैंक ने यह आवेदन आरबीआई के अगस्त 2016 के 'ऑन टैप' लाइसेंसिंग दिशा-निर्देशों और अप्रैल 2024 के फ्रेमवर्क के तहत किया गया था. यह मंजूरी मिलने के बाद बैंक की तरफ से बड़े लेवल पर अपनी सर्विस को बढ़ाया जा सकेगा. केंद्रीय बैंक की मंजूरी के बाद एयूएसएफबी के एमडी और सीईओ संजय अग्रवाल ने कहा, 'हमें आरबीआई से यूनिवर्सल बैंक बनने के लिए मंजूरी मिल गई है. यह हमारे मकसद, मेहनत और जुनून का सम्मान है.'
बैंक ने 581 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया
30 जून 2025 तक बैंक के पास 17,800 करोड़ रुपये की शेयरहोल्डर फंड 1,27,696 करोड़ रुपये की जमा राशि, 1,17,624 करोड़ रुपये का लोन पोर्टफोलियो और 1.60 लाख करोड़ रुपये की बैलेंस शीट थी. एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने FY 2026 की पहली तिमाही में 16% की ग्रोथ के साथ 581 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया. यह पिछले साल 503 करोड़ रुपये के करीब था. यह ग्रोथ ट्रेजरी इनकम से हुई, हालांकि एसेट क्वालिटी में कुछ दबाव रहा. बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 38 बेसिस प्वाइंट घटकर 5.4% रहा.