trendingNow12523074
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

बांग्लादेश की तिजोरी खाली, कभी अमेरिका तो कभी वर्ल्ड बैंक के सामने हाथ फैला रही यूनुस सरकार, 1.1 अरब डॉलर के चेक की आस

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से कंगाली का आलम ऐसा है कि यूनुस सरकार कभी वर्ल्ड बैंक से कर्ज मांग रही है तो कभी अमेरिका के सामने हाथ फैला रही है.  कुछ दिन पहले ही पहले बांग्लादेश को अमेरिका से आर्थिक मदद मिली, फिर विश्व बैंक ने भी बांग्लादेश के लिए अपनी तिजोरी खोल दी.

 बांग्लादेश की तिजोरी खाली, कभी अमेरिका तो कभी वर्ल्ड बैंक के सामने हाथ फैला रही यूनुस सरकार,  1.1 अरब डॉलर के चेक की आस
Bavita Jha |Updated: Nov 20, 2024, 07:36 PM IST
Share

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से कंगाली का आलम ऐसा है कि यूनुस सरकार कभी वर्ल्ड बैंक से कर्ज मांग रही है तो कभी अमेरिका के सामने हाथ फैला रही है.  कुछ दिन पहले ही पहले बांग्लादेश को अमेरिका से आर्थिक मदद मिली, फिर विश्व बैंक ने भी बांग्लादेश के लिए अपनी तिजोरी खोल दी. मौजूदा वित्त वर्ष में वर्ल्ड बैंक बांग्लादेश को 2 अरब डॉलर की आर्थिक मदद कर सकता है. इससे पहले अमेरिका ने भी बांग्लादेश को 200 मिलियन डॉलर की मदद करने का भरोसा दिया. आर्थिक तौर पर संकट से गुजर रहे बांग्लादेश  ने अब कर्ज के लिए फिर से वर्ल्ड बैंक के सामने हाथ फैलाया है. उम्मीद है कि उसे वर्ल्ड बैंक और एशियाई विकास बैंक से दिसंबर तक 1.1 बिलियन डॉलर की मदद मिल सकती है.  

कर्ज की उम्मीद में बांग्लादेश  
 
बांग्लादेश को दिसंबर तक 'एशियाई विकास बैंक' (एडीबी) से 600 मिलियन और 'विश्व बैंक' से 500 मिलियन डॉलर का कर्ज मिलने की उम्मीद है. वित्त सचिव मोहम्मद खैरुज्जमां मोजुमदार ने यह जानकारी दी.  उन्होंने कहा कि अंतरिम प्रशासन की ओर से लागू की गई नीतियों को 'अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष' (आईएमएफ) और 'विश्व बैंक' जैसी डोनर एजेंसियों ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि  हमारी अंतरिम सरकार के नीतिगत उपायों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं, जो फंडिंग के मामले में हमारी शुरुआती उम्मीदों से भी अधिक हैं.  उदाहरण के लिए, हमने 'एडीबी' के साथ 600 मिलियन डॉलर के कर्ज पर सफल बातचीत की और हमें दिसंबर तक धनराशि मिलने की उम्मीद है.  

उन्होंने विश्व बैंक के साथ हुई बातचीत पर भी प्रकाश डाला, जिसने इसी समय-सीमा के अंदर 500 मिलियन डॉलर की लोन सपोर्ट प्रदान करने पर सहमति जताई. वित्त सचिव ने कहा, कि मूल रूप से, यह कर्ज क्रमश 300 मिलियन डॉलर और 250 मिलियन डॉलर निर्धारित किए गए थे, लेकिन बाद में अनुकूल बातचीत होने के कारण इनको बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया.  मोजुमदार ने कहा कि सरकार 'आईएमएफ' से और अधिक वित्तीय सहायता की मांग कर रही है. उन्होंने कहा, 'हमने इस वर्ष के लिए आईएमएफ से अतिरिक्त 1 बिलियन डॉलर की सहायता का अनुरोध किया है. इनपुट -आईएएनएस

Read More
{}{}