Yellow Line Metro: 8 सालों का इंतजार खत्म होने जा रहा है. 4 साल की देरी के बाद आज से आईटी सिटी बेंगलुरु के येलो लाइन मेट्रो ( Yellow Line) की शुरुआत होने वाली है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कर्नाटक दौरे पर हैं. पहले वो तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे और फिर मेट्रो लाइन की शुरुआत करेंगे. आरवी रोड (रगिगुड्डा) से बोम्मसंद्रा तक जाने वाली येलो लाइन आज से शुरू हो रहा है. इस मेट्रो लाइन का लंबे वक्त से इंतजार किया जा रहा था. चार की देरी के बाद अब ये लोगों के लिए खुलने जा रहा है. उम्मीद है कि इससे बेंगलुरु के भयंकर ट्रैफिक को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.
बेंगलुरु मेट्रो का येलो लाइन क्यों है खास ?
खतरनाक ट्रैफिक जाम को लेकर चर्चा में रहने वाले बेंगलुरु शहर को थोड़ी राहत मिलने वाली है. लंबे इंतजार के बाद बेंगलुरु मेट्रो लाइन का इंतजार खत्म हो रहा है. 19.15 किलोमीटर लंबे इस मेट्रो लाइन पर लोगों को हाई-स्पीड ट्रेनों से तेज, आरामदायक और आधुनिक सफर का अनुभव मिलेगा और यात्रा समय में बड़ी कमी आएगी. इस रूट पर 16 मेट्रो स्टेशन होंगे.
येलो लाइन क्यों है इतना जरूरी
ये कॉरिडोर साउथ बेंगलुरु को इलेक्ट्रॉनिक सिटी से जोड़ेगा. शहर के आईटी हब वाले इलाके जैसे जयादेव, BTM, सेंट्रल सिल्क बोर्ड जैसे इलाके इस रूट से जुड़ेंगे. बेंगलुरु के येलो लाइन की शुरुआत 2014 में की गई थी. साल 2017 से इसका काम शुरू हुआ था. इसकी शुरुआत साल 2021 में होने वाली थी, लेकिन निर्माण में देरी के चलते इसमें चार साल की देरी हो गई और अब 2025 में जाकर इसकी शुरुआत होने जा रही है.
येलो लाइन बनाने में कितना आया खर्च
इस 19 किमी लंबे मेट्रो लाइन को बनाने में 7610 करोड़ रुपये खर्च हुए है. यानी हर किमी पर करीब 400 करोड़ रुपये का खर्च आया है. भारी भरकम खर्च के बाद ये लाइन सोमवार से लोगों के लिए खुल जाएगा, जिससे ट्रैफिक में लगने वाला सफर बहुक कम हो जाएगा. लोगों को ट्रैफिक जाम से निपटने में मदद मिलेगी.
बेंगलुरु मेट्रो का कितना होगा किराया
इस मेट्रो लाइन पर रोजाना सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक ट्रेनें 2 मिनट के अंतराल पर चलेगी. इसका 10 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 90 रुपये तक होगा. खासबात ये है कि कम किराए में आप ट्रैफिक जाम से बच पाएंगे.