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अमेर‍िका, चीन और जापान को चटाई धूल... क‍िस मामले में बन गया नंबर वन अपना भारत

IPO in Indian Stock Market: नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (NSE) में प‍िछले साल यानी 2024 में जारी हुए आईपीओ के आंकड़े में भारत अमेर‍िका, चीन और जापान से आगे न‍िकल गया है. इतना ही नहीं भारतीय बाजार ने इस दौरान सबसे ज्‍यादा 1.67 लाख करोड़ की कैप‍िटल जुटाई. 

अमेर‍िका, चीन और जापान को चटाई धूल... क‍िस मामले में बन गया नंबर वन अपना भारत
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jan 04, 2025, 11:34 AM IST
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Share Market Update: भारतीय शेयर बाजार पर न‍िवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है. व‍िदेश संस्‍थागत न‍िवेशकों (FII) के बाद अब बाजार को घरेलू संस्‍थागत न‍िवेशकों (DII) का भरपूर सपोर्ट म‍िल रहा है. यही कारण है क‍ि बाजार से एफआईआई (FII) के पैसा न‍िकालने का ज्‍यादा असर नहीं पड़ता. साल 2024 में भारतीय बाजार ने आईओपी और इसके जर‍िये जुटाए जाने वाले पैसे को लेकर वर्ल्‍ड र‍िकॉर्ड बनाया है. इस दौरान भारत के न‍िफ्टी स्‍टॉक एक्‍सचेंज (NSE) ने अमेर‍िका, चीन और जापान के बाजार को पीछे छोड़ द‍िया है. साल 2024 में न‍िफ्टी (NSE) के जरिये 268 कंपनियों ने आईपीओ (IPO) से 1.67 लाख करोड़ रुपये की कैप‍िटल जुटाई गई.

भारतीय शेयर बाजार में आए सबसे ज्‍यादा आईपीओ

साल 2024 के दौरान दुनिया के किसी भी एक स्टॉक एक्सचेंज के जर‍िये कंपनियों की तरफ से कैप‍िटल जुटाने का यह आंकड़ा सबसे बड़ा है. इस बारे में एक्सचेंज की तरफ से जारी आंकड़े जानकारी दी गई. पिछले साल आए 268 आईपीओ में से 90 मेनबोर्ड आईपीओ और 178 एसएमई (MSE) आईपीओ रहे. भारतीय शेयर बाजार में क‍िसी एक कैलेंडर ईयर में आए आईपीओ का यह अब तक का सबसे बड़ा नंबर है. इससे यह साफ होता ळै क‍ि निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार पर लगातार भरोसा बढ़ रहा है.

90 मेनबोर्ड आईपीओ 1.59 लाख करोड़ जुटाए
90 मेनबोर्ड आईपीओ के जर‍िये कंपनियों ने कुल 1.59 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसमें से 178 एसएमई आईपीओ में 7,349 करोड़ रुपये की कैप‍िटल जुटाई गई. 2024 में ही हुंदई मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) का 3.3 अरब डॉलर का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ आया. यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ रहा. एनएसई के चीफ बिजनेस डेपलपमेंट ऑफिसर (CBDO), श्रीराम कृष्णन ने कहा कि 2024 में आए रिकॉर्ड आईपीओ भारतीय शेयर मार्केट की मजूबती को दिखाता है.

अमेर‍िका, चीन और जापान का हाल
उन्‍होंने कहा क‍ि सभी सेक्टर की कंपनियों ने अपनी ग्रोथ के लिए कैप‍िटल मार्केट के महत्व को समझा है. डेटा बताता है कि साल 2024 में आईपीओ की संख्या के मामले एशिया में एनएसई, जापानी स्टॉक एक्सचेंज, हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज और चीन के शंघाई स्टॉक एक्सचेंज से भी आगे रहा है. पिछले साल चीन के शंघाई स्टॉक एक्सचेंज पर 101 आईपीओ, जापान और हांगकांग के स्टॉक एक्सचेंज पर क्रमश: 93 और 66 आईपीओ आए थे.

महाराष्ट्र में सबसे ज्‍यादा 3.7 करोड़ डीमैट अकाउंट
कंपनियों की तरफ से साल 2024 में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) के जर‍िये 15.9 अरब डॉलर और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज के जर‍िये 8.8 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई गई थी. 2024 में ग्‍लोबल लेवल पर 1,145 आईपीओ आए थे. एक साल पहले इनकी संख्या 1,271 थी. एनएसई के अनुसार, दिसंबर तक रज‍िस्‍टर्ड निवेशकों की संख्या 21 करोड़ से ज्‍यादा थी. मौजूदा समय में सभी राज्यों में महाराष्ट्र में सबसे ज्‍यादा 3.7 करोड़ से ज्‍यादा अकाउंट हैं. इसके बाद यूपी में 2.28 करोड़, गुजरात में 1.87 करोड़ और राजस्थान व पश्‍च‍िम बंगाल में हर एक में 1.2 करोड़ से ज्‍यादा अकाउंट हैं. 

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