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₹894 करोड़ का धंधा, फिर क्यों बिक गई हांडी वाली 'बिरयानी बाय किलो' की दुकान, कौन है नया मालिक, कितने में हुई डील?

Biryani By Kilo:  भारत में बिरयानी खाने का क्या क्रेज है इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जोमैटो, स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप पर सबसे ज्यादा इसके ही आर्डर होते हैं.

 ₹894 करोड़ का धंधा, फिर क्यों बिक गई हांडी वाली 'बिरयानी बाय किलो' की दुकान, कौन है नया मालिक, कितने में हुई डील?
Bavita Jha |Updated: Apr 22, 2025, 05:07 PM IST
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Biryani By Kilo Company Sold Out: भारत में बिरयानी खाने का क्या क्रेज है इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जोमैटो, स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप पर सबसे ज्यादा इसके ही आर्डर होते हैं. अगर वो बिरयानी हांडी में गरमा गरम सर्व की जाए तो न केवल स्वाद बढ़ता है बल्कि पेट के साथ-साथ मन भी भर जाता है. ऐसी सोच के साथ दो दोस्तों ने अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर बिरयानी बाय किलो की शुरुआत की.  IIT की डिग्री वाले विशाल जिंदल ने अपने दोस्त कोशिक रॉय के साथ मिलकर बिरयानी बेचने का काम शुरू किया. स्टार्टअप में सक्सेस है तो फेल होने का खतरा भी उतना ही. 

दोस्तों ने शुरू की कंपनी  

साल 2015 में जिस बिरयानी बाय किलो ( Biryani By Kilo) की शुरुआत की अब वो बिकने जा रही है, 10 सालों का सफर बेहतरीन रहा, लेकिन अब इस बिरयानी को नया खरीदार मिल गया है. दरअसल Devyani International इस कंपनी को खरीदने जा रही है. वहीं देवयानी इंटरनेशनल जो भारत में KFC, Pizza Hut और Costa Coffee जैसे ब्रांड्स चलाती है. अब उसकी लिस्ट में  Biryani by Kilo का नाम शामिल हो गया है.  

साल 2015 में हुई थी शुरुआत  

 विशाल जिंदल और कौशिक रॉय ने गुड़गांव में अपने स्टार्टअप की शुरुआत की. बड़ी-बड़ी डिग्रियों वाले दोनों ने जब बिरयानी बेचने का काम शुरू किया तो काफी आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी, लेकिन उन्हें भरोसा था कि उनके स्वाद का जादू चलेगा और हुआ भी वैसा ही. बिरयानी बाय किलो का काम कुछ ही सालों में चल पड़ा. क्लॉउ किचन में आर्डर के हिसाब से हांडी में बिरयानी बनाई जाती है और फिर उसे हांडी में ही सर्व किया जाता है.  

हांडी वाली बिरयानी ने जीता लोगों का दिल  

Biryani By Kilo की शुरुआत छोटी थी, लेकिन कंपनी के दोनों ही फाउंडर के सपने बड़े थे. शुरुआती महीनों में ब्रांड केवल कुछ लाख रुपये की बिरयानी बेचने में कामयाब रहा था, लेकिन विशाल और कौशिक को भरोसा था कि वो फूड इंडस्‍ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल होंगे. बिरयानी की चार किस्मों के साथ उन्होंने स्वाद परोसना शुरू किया. बिरयानी बाय किलो के हैदराबादी, लखनवी, कोलकाता और गुंटूर के साथ लोगों का जीत लिया.  

45 शहरों में 100 से ज्यादा आउटलेट  

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अब कंपनी हर महीने 22-25 करोड़ रुपये का शानदार रेवेन्यू जेनरेट करती है. बिरयानी बाय किलो ने देश के 45 से ज्‍यादा शहरों में 100 से अधिक आउटलेट्स ऑपरेट करती है. दस सालों में कंपनी की वैल्यूएशन 8,94,50,01,019 रुपये पर पहुंच गई है.  

कौन हैं नया खरीदार  

बिरयानी बाय किलो खरीदकर देवयानी इंटरनेशनल ने बड़ा दांव खेला है. कंपनी के भारत, नेपाल और नाइजीरिया में केएफसी के 900 से ज़्यादा स्टोर और पिज़्ज़ा हट के 580 से ज़्यादा स्टोर हैं. वहीं 190 से ज़्यादा कोस्टा कॉफ़ी कैफ़े और 70 से ज़्यादा वैंगो स्टोर हैं. अब कंपनी भारत की परंपरागत खाने के कारोबार में एंट्री कर रही है. बिरयानी की भारत में लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है, अब बिरयानी बाय किलो खरीदकर वो इस कैटेगरी में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं, हालांकि ये डील कितने में हुई  है इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.  

 

 

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