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30 मिनट में दिल्ली से जयपुर, 20 मिनट में हरिद्वार! रफ्तार में बुलेट ट्रेन का भी बाप...क्या है हाइपरलूप ट्रैक, रेल मंत्री ने शेयर किया Video

What is Hyderloop Train भारत में बनाए जा रहे ट्रैक पर 350 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 30 मिनट में तय की जा सकेगी. यानी अगर आप दिल्ली से जयपुर जाए तो 30 मिनट में पहुंच जाएगा. अगर हरिद्वार जाए, जो कि 200 किमी की दूरी पर है उस दूरी को तय करने में सिर्फ 20 मिनट का वक्त लगेगा. 

30 मिनट में दिल्ली से जयपुर, 20 मिनट में हरिद्वार! रफ्तार में बुलेट ट्रेन का भी बाप...क्या है हाइपरलूप ट्रैक, रेल मंत्री ने शेयर किया Video
Bavita Jha |Updated: Feb 25, 2025, 04:10 PM IST
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India First Hyderloop Train: वो दिन दूर नहीं जब आप सिर्फ 30 मिनट में दिल्ली से जयपुर पहुंच जाएंगे. यानी अपने ऑफिस से पहले आप राजधानी दिल्ली से पिंक सिटी जयपुर पहुंच जाएंगे. भारत में 1100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलने वाली है.  जल्द ही देश में बुलेट ट्रेन के साथ-साथ अब हाइपरलूप ट्रेनें चलने वाली है.  भारत में तैयार किए गए हाइपरलूप ट्रैक में से 422 मीटर लंबे इस ट्रैक को आईआईटी मद्रास ने रेल मंत्रालय की मदद से बनाया है. फिलहाल भारत में बनाए जा रहे ट्रैक पर 350 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 30 मिनट में तय की जा सकेगी. यानी अगर आप दिल्ली से जयपुर जाए तो 30 मिनट में पहुंच जाएगा. अगर हरिद्वार जाए, जो कि 200 किमी की दूरी पर है उस दूरी को तय करने में सिर्फ 20 मिनट का वक्त लगेगा. 

देश की पहली हाइपरलूप  ट्रैक तैयार  

 देश में पहली हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक बनकर तैयार है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इसका वीडियो जारी किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स एक पोस्ट साझा करते हुए इसकी जानकारी दी है. इसके लिए 422 मीटर का हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक तैयार किया जा चुका है. आईआईटी  मद्रास की मदद से इस ट्रैक को तैयार किया है.  

क्या है हाइपरलूप  ट्रैक 

हाइपरलूप ट्रैक हाईटेक तकनीक है, जिसके तहत एक लूप के अंदर तेज रफ्तार से ट्रेन चलेंगी. इस तकनीक के तहत ट्रेन को एक खास  वैक्यूम ट्यूब में हाई स्पीड में चलाया जाएगा. इसके लिए ट्रैक तैयार किया जा गया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत में हाइपरलूप ट्रेन की शुरुआत की जाएगी.  वैक्यूम ट्यूब में विशेष कैप्सूल के जरिए सुपरहाई स्पीड से चलने वाली इस ट्रेन से आने वाले दिनों में ट्रांसपोर्ट का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा.  हाई-स्पीड हाइपरलूप में पॉड्स को वैक्यूम ट्यूब के भीतर चुंबकीय तकनीक पर चलाया जाता है. यहां घर्षण और वायुगतिकीय दबाव नहीं होने के चलते ट्रेनें 1100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. 

बुलेट ट्रेन से भी तेज  

हाइपरलूप ट्रेनें 1100 किलोमीटर की रफ्तार से चलेंगी. अगर बुलेट ट्रेन के रफ्तार की बात करें तो इसकी टॉप स्पीड 450 किलोमीटर होगी. अगर सब ठीक रहा तो भारत में जल्द ही हाइपरलूप ट्रांसपोर्ट शुरू हो जाएगी. दुनिया के कई देश हैं, जहां हाइपरलूप ट्रेन चलती है, यूरोप में सबसे लंबा हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक खुल चुका है. साल 2050 तक यूरोप के चारों ओर हाइपरलूप का कुल 10000 किलोमीटर लंबा जाल विकसित हो चुका होगा.

30 मिनट में दिल्ली से जयपुर  

इस वैल्यूम ट्यूब में तेज रफ्तार से ट्रेन चल सकेंगी.  नवंबर 2020 में सबसे पहले वर्जिन हाइपरलूप का टेस्ट अमेरिका के लास वेगास में किया गया था, जहां 500 मीटर के ट्रैक पर एक पॉड को दौड़ाया गया था.  भारत में चलने वाली हाइपरलूप ट्रैक पर शुरुआत में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेगी. आने वाले दिनों में 600 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तर तक टेस्ट किया जाएगा. 

 

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