Gold Rate: सोने की कीमत रॉकेट बनी हुई है. जो सोना साल के शुरुआत में 80-85 हजार प्रति 10 ग्राम का बिक रहा था. अब वो लाख टके के आंकड़े से नीचे उतरने का नाम नहीं ले रहे हैं. सोने की कीमत देश के कई शहरों में लाख रुपये के भाव को पार कर चुके हैं. 24 कैरेट भाव वाला सोना दिल्ली में 1,03,460 रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े के पार कर चुका है.
सोने की कीमत में क्यों आई तेजी
सोने की कीमत में आई इस तेजी के पीछे सबसे बड़ा कारण टैरिफ है. अमेरिकी राष्ट्रपति के फैसलों की वजह से सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है. अमेरिका ने स्विटजरलैंड से आयातित सोने की एक किलोग्राम भार वाली छड़ों पर भी टैरिफ लगा दिया है. अमेरिका ने सोने की छड़ों को कोड 7108.13.5500 के तहत शामिल कर उसपर टैरिफ लागू कर दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले से सोने की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. बता दें कि स्विट्ज़रलैंड दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिफाइनिंग हब है. भारत में आने वाला सोना स्विट्ज़रलैंड से ही इंपोर्ट होता है. टैरिफ के फैसले के बाद स्विजरलैंड आयाजित सोने की छड़ों पर अब 39 फीसदी टैरिफ लगेगा. टैरिफ के फैसले से स्विट्ज़रलैंड ने अमेरिका भेजे जाने वाला सोना महंगा होगा. अगर भारत के संबंध में देखें तो टैरिफ से स्विस सोना महंगा हो जाएगा.
भारत में सोने की कीमत
स्विस गोल्ड महंगा होने से उसकी शिपमेंट भी जोखिमपूर्ण हो जाएगी. ऐसे में स्विस रिफाइनरीज़ कई देशों के लिए शिपमेंट रोक रही हैं या कम कर सकती है. यानी सोने की सप्लाई में बाधा आ सकती है, सप्लाई बाधित होने पर सोने की मांग बढ़ेगी और कीमत में तेजी आएगी. भारत पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है. अगर भारत में सोने की कीमत की की तेजी देखें तो साल 2025 में अब तक सोने की कीमतें 27% से ज्यादा बढ़ चुकी हैं. वहीं सोना सुरक्षित निवेश के तौर पर अपनी पहचान रखता है, शेयर बाजार में टैरिफ की वजह से आई अस्थिरिता के चलते सोने में निवेश बढ़ रहा है. निवेश बढ़ा तो कीमत और बढ़ सकती है. यानी अभी सोना और महंगा हो सकता है. अगर आप सोना खरीदने की तैयारी कर रहे हैं और बहुत जरूरी नहीं है तो थोड़ा इंतजार कर सकते हैं. टैरिफ पर ट्रंप के फैसले कोर्ट के सामने पहुंच चुके हैं. अगर उन्हें कोर्ट से झटका लगता है तो टैरिफ के फैसले रद्द हो सकते हैं और सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है.