Indian Railways 1st July: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग और यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई सुधारों की घोषणा की है. हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने बदलावों की समीक्षा करते हुए स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल टिकटिंग प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया था. टिकट बुकिंग प्रणाली में किए गए बदलावों का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा बढ़ाना और यात्रा का सहज अनुभव सुनिश्चित करना है.
क्या चाहती है सरकार?
प्रस्तावित प्रमुख बदलावों में से एक आरक्षण चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया में सुधार है. रेलवे में होने जा रहे कुछ बदलावों के बीच रेलवे बोर्ड ने अब ट्रेनों के डिपार्चर यानी प्रस्थान से 8 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने का प्रस्ताव दिया है, जबकि इससे पहले ट्रेन छूटने के 4 घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार होता था.
क्या बदल रहा?
नए प्रस्ताव के तहत दोपहर 2 बजे यानी 1400 बजे से पहले रवाना होने वाली यानी प्रस्थान करने वाली ट्रेनों का चार्ट पिछले दिन रात 9 बजे यानी 2100 बजे तैयार किया जाने का सुझाव दिया गया है. वहीं नई PRS (यात्री आरक्षण प्रणाली) प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की अनुमति देगी. AC का किराया कुछ बढ़ाया जा सकता है.
The railway board has proposed preparing the reservation chart eight hours before the departure. For trains departing before 1400 hours, the chart will be prepared the previous day at 2100 hours. The new PRS (Passenger Reservation System) will allow over 1.5 lakh ticket bookings… pic.twitter.com/P1BVNDrahw
— ANI (@ANI) June 29, 2025
बदलाव होने जा रहा
भारतीय रेलवे (Indian Railways) 1 जुलाई, 2025 से IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर केवल प्रमाणित उपयोगकर्ताओं को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति देगा. इसके अलावा, जुलाई, 2025 के अंत से तत्काल बुकिंग के लिए OTP-आधारित प्रमाणीकरण किया जाएगा. प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता के डिजिलॉकर खाते में उपलब्ध आधार या किसी अन्य सत्यापन योग्य सरकारी आईडी का उपयोग करके किया जाना चाहिए.
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदला जाएगा?
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर महाराजा अग्रसेन के सम्मान में रखने के लिए सम्मानपूर्वक विचार करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन एक सम्मानित ऐतिहासिक व्यक्तित्व हैं, जिनकी विरासत का भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास पर विशेष रूप से दिल्ली में गहरा प्रभाव पड़ा है.