New SEBI Chief News: केंद्र सरकार ने SEBI के नए चीफ के नाम की घोषणा कर दी है. मौजूदा वित्त सचिव तुहिन कांता पांडे को यह जिम्मेदारी दी गई है. वे ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं और मोदी 3.0 सरकार में भारत के सबसे व्यस्त सचिवों में से एक हैं. वे फिलहाल केंद्र सरकार में चार महत्वपूर्ण विभागों को संभाल रहे हैं. वे 3 मार्च को माधवी बुच का कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद सेबी चीफ की जिम्मेदारी संभालेंगे. उनका कार्यकाल 3 वर्ष का रहेगा.
आज खत्म हो जाएगा बुच का कार्यकाल
बताते चलें कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की मौजूदा अध्यक्ष चेयरमैन माधबी पुरी बुच का कार्यकाल 28 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है. उन्हें 2 मार्च 2022 को इस पद पर नियुक्त किया गया था. वे पहली महिला रहीं, जिन्हें सेबी चेयरमैन बनने का गौरव प्राप्त हुआ. इससे पहले वे 2017 से 2022 तक सेबी की पूर्णकालिक सदस्य (WTM) भी रही थीं.
कई विवादों का करना पड़ा सामना
उनका कार्यकाल कई विवादों से भरा रहा. इसमें अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सबसे अहम रही, जिसने अडाणी ग्रुप के विदेशों में निवेश और सेबी की जांच करने के तरीके पर सवाल उठाए थे. उनके कार्यकाल के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन और सेबी पर जांच में अनावश्यक देरी के आरोप भी लगे. इसके देखते हुए माना जा रहा था कि सरकार इस बार किसी वरिष्ठ नौकरशाह को सेबी चेयरमैन बनाने का अवसर दे सकती है, जिससे संस्था का कार्यकाल बिना किसी विध्न के चलता रह सके.
ये बड़े नाम भी दौड़ में थे शामिल
सूत्रों के मुताबिक, नए सेबी चीफ की दौड़ में वित्त सचिव तुहिन कांता पांडे, आईआरडीएआई के चेयरमैन देबाशीष पांडा, आर्थिक मामलों के विभाग (DEA) के सचिव अजय सेठ और तेल सचिव पंकज जैन के नाम चल रहे थे. इसमें तुहिन पांडे को सबसे तगड़ा दावेदार बताया जा रहा था. अगस्त 2024 में सोमनाथन के कैबिनेट सचिव बनने के बाद तुहिन पांडे को वित्त सचिव बनाया गया था. तब से वे इस विभाग को बेहतर तरीके से चला रहे थे, जिससे वे पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की नजरों में आ छा गए थे.