Capex Surges 6 Times: देश के इंफ्रास्ट्रक्चर का पिछले एक दशक में तेजी से विकास हुआ है. इसकी वजह कैपिटल एक्सपेंडीचलर करीब 6 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 2025-26 में 11.21 लाख करोड़ रुपये होना है, जो कि FY 2014-15 में 2 लाख करोड़ रुपये था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 11.21 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये हैं, जो कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर कैपिटल एक्सपेंडीचर का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से प्रगति हुई
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दशक में देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से प्रगति हुई है.' केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'सड़क परिवहन के लिए बजट आवंटन 860 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ाकर 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कर दिया गया है. मेट्रो रेल नेटवर्क के लिए बजट आवंटन में चार गुना वृद्धि की गई है, जिससे यह 2014 में मात्र 248 किलोमीटर था, 2025 में 1,011 किलोमीटर हो जाएगा.'
भारत के लिए पीएम मोदी का गजब विजन
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि अटल सुरंग से लेकर चिनाब ब्रिज तक भारत की इंजीनियरिंग की उपलब्धियां देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर लैंडस्केप को बदल रही हैं. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, 'ये इंजीनियरिंग मार्वल आधुनिक, जुड़े हुए और समृद्ध भारत के लिए पीएम मोदी के विजन को दर्शाते हैं.' सरकार वित्त वर्ष 25 के लिए अपने संशोधित पूंजीगत व्यय लक्ष्य 10.18 लाख करोड़ रुपए को मामूली अंतर से पार कर सकती है.
केंद्रीय बजट में कैपिटल एक्सपेंडीचर को 11.1 लाख करोड़ रुपये से घटाकर 10.18 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया था. चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार द्वारा 11.21 लाख करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय आवंटन निर्धारित किया गया है. सीतारमण के अनुसार, 2025-26 के बजट में सरकार के पूंजीगत व्यय में ग्रोथ और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते उपभोग स्तरों के कारण इंडियन इकोनॉमी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बनेगी. साल 2025-26 के बजट में प्रभावी पूंजीगत व्यय सकल घरेलू उत्पाद का 4.3 प्रतिशत है, जबकि राजकोषीय घाटा 4.4 प्रतिशत है. (IANS)