Anil Ambani Shares: अनिल अंबानी का किस्सा किसी से छिपा नहीं है. बंटवारे के बाद रिलायंस की कमाऊ कंपनियां इनके हिस्से में आई. अरबों की दौलत के बदौलत दुनिया से छठें सबसे रईस बन गए, लेकिन अपने गलत फैसलों और भारी भरकम कर्ज की वजह से वो कुछ ही सालों में दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गए. कंपनियां बिकने लगी, बैंक अकाउंट खाली होने लगे. कर्ज नहीं चुकाने की वजह से उन्होंने लंदन की कोर्ट के सामने खुद को दिवालिया तक बता दिया, लेकिन सीन फिर बदला.
अनिल अंबानी की बदली किस्मत
अनिल अंबानी की किस्मत ने फिर से पलटी मारी है. कभी हीरो से जीरो बने अंबानी अब फिर से कमाल करने लगे हैं. अनिल अंबानी की कंपनियां शेयर बाजार में भूचाल ले आई हैं. अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर रोज नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. अगर ये कहे कि वो नोच छापने की मशीन बन गए हैं तो गलत नहीं होगा. अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Power के स्टॉक में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. मंगलवार, 10 जून को ये शेयर अपने नए 52 वीक हाई लेवल को टच किया है. शेयरों में लौटी जान की बदौलत अनिल अंबानी की कंपनियों का मार्केट कैप बढ़ रहा है. रिलायंस समूह की कंपनी के मार्केट वैल्यू में लगातार तीसरे दिन तेजी आई है. एक महीने के अंदर रिलायंस पावर के शेयर बीएसई पर 85 फीसदी की तेजी दिखा चुके हैं. नवंबर 2014 के बाद से कंपनी का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन अब देखने को मिल रहा है.
रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी की वजह
RPower के शेयर में जबरदस्त उछाल आया है. इस शेयर ने एक महीने में 64 प्रतिशत की छलांग लगाई है. दरअसल कंपनी पर कम होता कर्ज, नए प्रोजेक्ट्स, नए निवेश, कोर्ट की तरफ से हक में आए फैसलों की बदलत कंपनी की मजबूती दिख रही है. रिलायंस पावर के शेयरों में मई में 45.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई. एक दौर था, जब रिलायंस पावर के शेयर डूबते जा रहे थे. कंपनी कानूनी झमेले और भारी भरकम कर्ज के बोझ तले दबा था. 27 मार्च 2020 को Reliance Power शेयर का भाव महज 1.15 रुपये था. आज ये शेयर 71.73 रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी को मिल रहे निवेश की बदौलत शेयरों में तेजी लौट रही है.
बदल रही है अनिल अंबानी की इस कंपनी की किस्मत
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर को नए निवेश, नए ऑर्डर मिल रहे हैं. पिछले महीने ही, कंपनी की सहायक कंपनी रिलायंस एनयू सनटेक ने एशिया के सबसे बड़े सिंगल लोकेशन सोलर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट मिला. हाल ही में रिलायंस एनयू एनर्जीज ने एसजेवीएन से 350 मेगावाट की सौर-बीईएसएस प्रोजेक्ट हासिल की. कंपनी कर्ज को कम कर रही है, ताकि उसकी वित्तीय हालात सुधर सके. निवेशकों का भरोसा लौट सके. वहीं पिछले साल ही दिल्ली हाईकोर्ट ने कंपनी को SECI की ओर से लगाए गए प्रतिबंध से राहत दी.
अनिल अंबानी की इन दो कंपनियों का कमाल
सिर्फ पावर सेक्टर में ही नहीं इंफ्रास्ट्रक्चर में भी अनिल अंबानी तेजी से पैर पसार रहे हैं. रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने पिछले एक साल में 105% का रिटर्न दिया है, पिछले एक महीने में Reliance Infra के शेयर में 61% की रिटर्न दिया है. NCLAT की ओर से NCLT के दिवालिया आदेश को निलंबित किए जाने के बाद से कंपनी पर मंडरा रहा बड़ा संकट टल गया, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में जान लौटने लगी. हाल ही में उसे रक्षा क्षेत्र में 5,000 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला.