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कर्ज में डूबी वोडाफोन-आइडिया पर फिर से बरसी सरकार की कृपा, क्या अब बदलेगी ₹7 से भी सस्ते इस शेयर की किस्मत ?

Vodafone-Idea Share:  कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया ( Vodafone-Idea) को एक बार फिर से जीवनदान मिला है. सरकार ने  VI को 36,950 करोड़ रुपये के कर्ज के बदले इक्विटी खरीदी है. सरकार की अब इस कंपनी में हिस्सेदारी 22.6 फीसदी से बढ़कर 48.99 फीसदी हो गई है.

कर्ज में डूबी वोडाफोन-आइडिया पर फिर से बरसी सरकार की कृपा, क्या अब बदलेगी ₹7 से भी सस्ते इस शेयर की किस्मत ?
Bavita Jha |Updated: Mar 31, 2025, 11:33 AM IST
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Vodafone Idea: कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया ( Vodafone-Idea) को एक बार फिर से जीवनदान मिला है. सरकार ने  VI को 36,950 करोड़ रुपये के कर्ज के बदले इक्विटी खरीदी है. सरकार की अब इस कंपनी में हिस्सेदारी 22.6 फीसदी से बढ़कर 48.99 फीसदी हो गई है. दरअसल कंपनी पर स्पेक्ट्रम नीलामी का भारी भरकम बकाया था. अब सरकार ने कंपनी को बड़ी राहत देते हुए इस बकाए के बदले 36,950 करोड़ रुपये की इक्विटी की बात कही है. वोडाफोन-आइडिया ( Vodafone Idea Ltd) के शेयर में निवेश करने वाले शेयरधारकों की नजर इस खबर पर है. सरकार की हिस्सेदारी बढ़ने से इस शेयर को लेकर पॉजिटिव सेंटीमेंट बन सकते हैं. जो शेयर वर्तमान में 6 से 7 रुपये से बीच डोल रहा है, आने वाले दिनों में उसमें तेजी आ सकती है. कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी बढ़ने से निवेशकों का VI पर भरोसा बढ़ेगा. सरकार की मदद से कंपनी को एक्सपेंशन में मदद मिलेगी, जो शेयरों को मजबूती दे सकते हैं. यानी कुल मिलाकर आने वाले दिनों में वोडाफोन आइडिया के शेयर निवेशकों को चेहरे पर खुशियां ला रही है.  

कर्ज में डूबी कंपनी को सरकार का सहारा 

वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) ने इस बात की जानकारी शेयर बाजार को दी है. कंपनी ने कहा कि स्पेक्ट्रम बकाया के बदले सरकार को अधिक हिस्सेदारी दी जा रही है. बकाया को इक्विटी शेयरों में बदलने का फैसला लिया गया है. इक्विटी शेयरों को 36,950 करोड़ रुपये से बदलने की तैयारी की जा रही है. यानी सरकार को पैसा न देकर कंपनी इक्विटी यानी हिस्सेदारी देगी. अगले 30 दिनों के अंदर ये शेयर जारी किए जाएंगे. इस डील में शेयर 10 रुपये के भाव पर जारी होंगे. इस इक्विटी डील के बाद सरकार अब कंपनी की सबसे बड़ी मालिक बन जाएगी.  हालांकि सरकार कंपनी के रोजमर्रा के कामों में दखल नहीं देगी.  
 
सरकार ने इस फैसले का मकसद क्या  

सरकार ने ये फैसला लिया है, क्योंकि वो नहीं चाहती कि कर्ज में डूबी टोलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया कंपनी बंद हो जाए. अगर कंपनी की मदद नहीं की गई और कंपनी बंद हो गई तो हजारों नौकरियां जाएगी, करोड़ों ग्राहकों को परेशानी होगी. इतना ही नहीं टेलीकॉम सेक्टर पर  सिर्फ दो-तीन कंपनियां का अदिपत्य रह जाएगा, जो बाजार की प्रतिस्पर्धा के लिए ठीक नहीं है.  

शेयरधारकों पर क्या पड़ेगा असर 

वोडाफोन आइडिया के शेयरों में पिछले कई समय से गिरावट देखने को मिल रही है. पिछले एक साल में इस शेयर ने 51.43 फीसदी का निगेटिव रिटर्न दिया है. पिछले 6 महीने में 34.36 फीसदी का नुकसान हुआ है. अब इस डील से निवेशकों को राहत की उम्मीद है. सरकार और वोडाफोन आइडिया के बीच हुई इस डील से कंपनी को वित्तीय मदद मिलेगी. इस कंपनी के शेयरों में निवेश करने वाले शेयरधारकों के लिए भी अच्छी खबर है, क्योंकि सरकार की हिस्सेदारी बढ़ने से सकारात्मक सेटीमेंट बना है. कंपनी को सरकार से मिली इस वित्तीय सहायता से अपने  5G नेटवर्क और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट करने में मदद मिलेगी.  ये संकेत निवेशकों के लिए सकारात्मक है, जिससे आने वाले दिनों में वोडाफोन-आइडिया के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है.  

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