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इंडिगो, एयर इंडिया या स्पाइसजेट? देश की इस एयरलाइन कंपनी में आई सबसे ज्यादा खराबी, सरकार ने बताया

Air India Indigo: सरकार ने बताया है कि इस साल जनवरी में समाप्त 13 महीनों में निजी एयरलाइंस द्वारा विमान में खराबी के 268 मामले दर्ज किए गए हैं. 

इंडिगो, एयर इंडिया या स्पाइसजेट? देश की इस एयरलाइन कंपनी में आई सबसे ज्यादा खराबी, सरकार ने बताया
Sudeep Kumar|Updated: Feb 13, 2025, 11:38 PM IST
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India's Worst Air Line: केंद्र सरकार ने बताया है कि इस साल जनवरी में समाप्त 13 महीनों में निजी एयरलाइंस द्वारा विमान में खराबी के 268 मामले दर्ज किए गए हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा गुरुवार को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा में प्रस्तुत किये गये आंकड़ों से पता चला है कि वर्ष 2023 में ऐसे मामलों की संख्या 384 थी. 

वर्ष 2024 और जनवरी 2025 तक की अवधि के दौरान, विमान में खराबी के 268 मामले सामने आए. समीक्षाधीन अवधि में निजी वाहकों द्वारा संचालित उड़ानों की कुल संख्या 10,42,593 थी. 

इंडिगो के विमानों में सबसे ज्यादा तकनीकी खराबी

मंत्रालय ने कहा कि प्रति उड़ान खराबी का प्रतिशत वर्ष 2023 में 0.033 की तुलना में 0.025 था. इंडिगो ने 118 विमानों में तकनीकी खराबी की सूचना दी, जबकि एयर इंडिया में ऐसी 66 खराबी थीं. 

आंकड़ों से यह भी पता चला कि स्पाइसजेट के विमानों में 23 तकनीकी खराबी थी और एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमानों में इस अवधि के दौरान 26 तकनीकी खराबी थी. आकासा एयर के विमानों में 5 खराबी थी, जबकि फ्लाईबिग और ब्लू डार्ट एविएशन के विमानों में क्रमशः 3 और एक खराबी थी. 

किन वजहों से आती है खराबी?

आंकड़ों के अनुसार, पूर्ववर्ती विस्तारा और एयर एशिया द्वारा बताई गई खराबी क्रमशः 8 और 18 थी. लिखित उत्तर में, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि परिचालन के दौरान, विमान में लगे घटकों व उपकरणों की खराबी के कारण विमान में तकनीकी खराबी आ सकती है, जिसके लिए एयरलाइनों द्वारा सुधार कार्रवाई की आवश्यकता होती है. 

इन रूटों पर बंद होगी एयर इंडिया की फ्लाइट

एयर इंडिया ने कहा कि परिचालन बेड़े में कमी के कारण मुंबई-मेलबर्न और कोच्चि-लंदन गैटविक सेवाएं बंद की जाएंगी. वहीं,अमृतसर-बर्मिंघम और अमृतसर-लंदन गैटविक मार्गों पर साप्ताहिक उड़ानों की संख्या तीन से बढ़ाकर चार कर दी जाएगी, जबकि अहमदाबाद-लंदन गैटविक मार्ग पर साप्ताहिक उड़ानों की संख्या तीन से बढ़ाकर पांच कर दी जाएगी. 

(इनपुट- भाषा)

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