GST Collection: जीएसटी कलेक्शन में उछाल देखने तो मिला है. FY26 के पहले ही दिन सरकार की ओर से टैक्स कलेक्शन के आंकड़े जारी किए गए. इन आंकड़ों को मुताबिक सकल जीएसटी कलेक्शन में 9.9 फीसदी की तेजी आई है. मार्च 2025 में जीएसटी कलेक्शन 9.9 प्रतिशत बढ़कर 1.96 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.
जीएसटी कलेक्शन में तेजी
माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का घरेलू लेनदेन से राजस्व 8.8 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि आयातित वस्तुओं से राजस्व 13.56 प्रतिशत बढ़कर 46,919 करोड़ रुपये रहा. मार्च के दौरान कुल रिफंड 41 प्रतिशत बढ़कर 19,615 करोड़ रुपये हो गया. रिफंड समायोजित करने के बाद मार्च, 2025 में शुद्ध जीएसटी राजस्व 1.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो एक वर्ष पहले इसी महीने की तुलना में 7.3 प्रतिशत अधिक है.
मार्च के दौरान उपकर संग्रह 12,253 करोड़ रुपये रहा. मार्च में कुल रिफंड 41 प्रतिशत बढ़कर 19,615 करोड़ रुपये हो गया. रिफंड समायोजित करने के बाद, मार्च 2025 में शुद्ध जीएसटी राजस्व 1.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, जो सालाना आधार पर 7.3 प्रतिशत की वृद्धि है. अप्रैल, 2024 में जीएसटी संग्रह 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. डेलॉयट इंडिया के साझेदार एम एस मणि ने कहा कि मार्च के लिए सकल जीएसटी संग्रह में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि व्यवसायों द्वारा साल के अंत में बिक्री को बढ़ावा देने के प्रभाव को दर्शाती है.
किस राज्य से कितना कलेक्शन
महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों ने 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दिखाई है. जबकि गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु जैसे अन्य राज्यों में एक प्रतिशत की गिरावट से लेकर सात प्रतिशत की सीमा में वृद्धि हुई है, जो मार्च महीने के लिए बहुत ही असामान्य है. इन राज्यों में क्षेत्रवार वृद्धि और अनुपालन दरों का मूल्यांकन करके इसके कारणों को समझने की आवश्यकता है. भाषा