Highway Infrastructure IPO: हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Highway Infrastructure Ltd) का आईपीओ (IPO) अपनी शुरुआत के तीसरे और अंतिम दिन 23,500% से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है. आईपीओ (IPO) में सबसे ज्यादा डिमांड नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर (Non Institutional Investors) की तरफ से की गई. इस कंपनी की तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मैनेजमेंट से जुड़ा काम करती है. कंपनी के मुख्य कामों में टोल कलेक्शन, EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट और कंसट्रक्शन) प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट का डेवलपमेंट में शामिल है.
130 करोड़ रुपये का बुक-बिल्ट इश्यू
हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Highway Infrastructure) का आईपीओ 130 करोड़ रुपये का बुक-बिल्ट इश्यू है. इसके तहत 1.39 करोड़ नए शेयर जारी किए गए हैं, इनसे कंपनी 97.52 करोड़ रुपये जुटाएगी. इसके अलावा, ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के तहत 46 लाख शेयरों की बिक्री की जाएगी, जिससे 32.48 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे. आईपीओ के शेयरों का अलॉटमेंट 8 अगस्त (शुक्रवार) को होगा. कंपनी के शेयरों का BSE और NSE पर 12 अगस्त (मंगलवार) को लिस्टिंग होने की उम्मीद है.
कुछ खास कामों में इस्तेमाल होगा फंड
Highway Infrastructure आईपीओ के जरिये जुटाए जा रहे पैसों का इस्तेमाल कुछ खास कामों के लिए करेगी. कंपनी की तरफ से इन पैसों का एक हिस्सा अपनी वर्किंग कैपिटल के लिए किया जाएगा. बाकी पैसों का यूज कंपनी से जुड़े दूसरे कामों के लिए किया जाएगा.
Highway Infrastructure के आईपीओ की डिटेल
> इश्यू ओपन होने की तारीख: 5 अगस्त
> इश्यू की क्लोजिंग डेट : 7 अगस्त
> इश्यू प्राइस: 65 से 70 रुपये
> फ्रेश इश्यू: 1.39 करोड़ शेयर
> ओएफएस के तहत शेयर: 46 लाख शेयर
> इश्यू साइज: 130 करोड़ रुपये
> लॉट इश्यू: कम से कम 63 शेयर
तीसरे दिन का सब्सक्रिप्शन स्टेटस
दोपहर ढाई बजे तक के आंकड़ों के अनुसार Highway Infrastructure के आईपीओ को करीब 233 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है. इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशन बॉयर्स 174 गुना हैं और नॉन इंस्टीट्यूशन बॉयर्स 387 गुना है. इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर 135 गुना हैं.
GMP पर इश्यू का हाल
InvestorGain के अनुसार आईपीओ (IPO) के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 40 रुपये पर बना हुआ है. इस रुख को देखकर यह उम्मीद की जा रही है कि शेयर 110 रुपये पर लिस्ट हो सकती है. यह इश्यू प्राइस से 57% ज्यादा है. हालांकि, GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) कोई ऑफिशियल संकेत नहीं है. यह केवल बाजार के अनुमान पर बेस्ड है.