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सितंबर तक बिक जाएगा ये सरकारी बैंक, आपका भी है खाता तो जानिए क्या होगा असर

सरकार एक और सरकारी बैंक से अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. लंबे इंतजार के बाद माना जा रहा है सितंबर 2025 तक इसके लिए बोलियां आमंत्रित कर ली जाएंगी. इस खबर के आने के जहां IDBI के शेयरों में तेजी देखने को मिली तो वहीं जिन लोगों का खाता इस बैंक में है, उनकी टेंशन बढ़ गई.

 सितंबर तक बिक जाएगा ये सरकारी बैंक,  आपका भी है खाता तो जानिए क्या होगा असर
Bavita Jha |Updated: Jul 02, 2025, 03:39 PM IST
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IDBI Bank: सरकार एक और सरकारी बैंक से अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. लंबे इंतजार के बाद माना जा रहा है सितंबर 2025 तक इसके लिए बोलियां आमंत्रित कर ली जाएंगी. इस खबर के आने के जहां IDBI के शेयरों में तेजी देखने को मिली तो वहीं जिन लोगों का खाता इस बैंक में है, उनकी टेंशन बढ़ गई. लोग परेशान होने लगे कि आखिर करें तो करें क्या? खबर में आगे बढ़े उससे पहले बता दें कि बैंक के निजीकरण का असर आपकी जमापूंजी पर बिल्कुल नहीं पड़ेगा. यानी आपके बैंक खाते में सेविंग हो या लोन उसपर इसका कोई असर नहीं होने वाला है. आपका खाता जस के तस रहेगा.  बिकाऊ है ये सरकारी बैंक, कितनी है कीमत, खरीदारी के रेस में कौन-कौन...आपका खाता भी इस बैंक में तो नहीं ?

 

बिकने जा रहा ये सरकारी बैंक  
 
आईडीबीआई बैंक के शेयर सोमवार को 4 प्रतिशत बढ़कर 105 रुपए तक पहुंच गए। इसकी वजह उन रिपोर्ट्स को माना जा रहा है, जिनमें दावा किया गया कि सरकार बैंक के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित करने की तैयारी कर रही है. यह कदम बैंक की काफी समय से लंबित विनिवेश प्रक्रिया में नई गति का संकेत देता है. बैंक ने अभी तक इन रिपोर्ट्स पर कोई टिप्पणी नहीं की है. रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार संभावित खरीदारों के साथ शेयर खरीद समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है और जल्द ही ऐसे सौदों की देखरेख करने वाले मंत्रिस्तरीय पैनल से मंजूरी मांग सकती है. 

आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बिक्री में पिछले तीन वर्षों में कई बार देरी हुई है. वर्तमान में, केंद्र सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास बैंक का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा है. विनिवेश योजना के तहत इसमें से 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री की जाएगी. पिछले वर्षों से अलग हटकर, केंद्रीय बजट 2025 में कोई विशिष्ट विनिवेश लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया.  इसके बजाय, सरकार ने विनिवेश और परिसंपत्ति मुद्रीकरण से होने वाली आय को 'विविध पूंजी प्राप्तियों' नामक एकल श्रेणी में रखा, जिसका लक्ष्य वित्तीय वर्ष के लिए 47,000 करोड़ रुपए था. पिछले वित्तीय वर्ष में, सरकार विनिवेश के माध्यम से लगभग 30,000 करोड़ रुपए जुटाने में सफल रही. अधिकारियों को उम्मीद है कि आईडीबीआई बैंक जैसी बड़ी बिक्री से वित्त वर्ष 26 में राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी. 

बाजार के नजरिए से, आईडीबीआई बैंक ने 2025 में मजबूत प्रदर्शन किया है. इस साल अब तक इसके शेयर में लगभग 35 प्रतिशत की तेजी आई है. बैंक के वित्तीय परिणाम भी ठोस रहे हैं. वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च अवधि में आईडीबीआई बैंक ने सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,051 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,628 करोड़ रुपए था. हालांकि, इस दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) एक साल पहले के 3,688 करोड़ रुपए से 11 प्रतिशत घटकर 3,290 करोड़ रुपए रह गई. आईएएनएस

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