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कम नहीं हो रहा चीन संग कारोबार, सीमा विवाद के बावजूद बना भारत का सबसे बड़ा आयातक, धड़ल्ले से मंगाए जा रहे हैं ये सामान

चीन और भारत के बीच सीमा विवाद नया नहीं है. सीमा पर चीन की दादागिरी का असर दोनों देशों के संबंधों पर पड़ा. हालांकि व्यापारिक संबंधों में कमी नहीं दिखी.  सीमा विवाद के बावजूद आत्मनिर्भर भारत आयात के लिए चीन पर निर्भर है.

  कम नहीं हो रहा चीन संग कारोबार, सीमा विवाद के बावजूद बना भारत का सबसे बड़ा आयातक, धड़ल्ले से मंगाए जा रहे हैं ये सामान
Bavita Jha |Updated: Oct 16, 2024, 08:39 PM IST
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India China Import: चीन और भारत के बीच सीमा विवाद नया नहीं है. सीमा पर चीन की दादागिरी का असर दोनों देशों के संबंधों पर पड़ा. हालांकि व्यापारिक संबंधों में कमी नहीं दिखी.  सीमा विवाद के बावजूद आत्मनिर्भर भारत आयात के लिए चीन पर निर्भर है. चीन से आयात होने वाले सामानों की हिस्सेदारी भड़कर 101.7 अरब डॉलर पर पहुंच गई है. आत्मनिर्भर भारत मिशन के बावजूद देश में चीन से आयात किए जाने वाले सामानों की हिस्सेदारी बढ़ी है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर बन गया है. 

भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशियेटिव के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में दोनों देशों के बीच व्यापार  118.4 अरब डॉलर का कारोबार हुआ है. जिसमें चीन से भारत में आयात 3.24 फ़ीसदी बढ़कर 101.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया है तो वहीं भारत से चीन को निर्यात 8.7 फ़ीसदी बढ़कर 16.67 अरब डॉलर हो गया है.  वहीं अप्रैल से सितंबर के बीच चीन से आयात 11.5 फीसदी बढ़ा और पहले वित्तीय वर्ष में की पहली छमाही में चीन से इंपोर्ट 50.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया.  

भारत के लिए आयात का सबसे बड़ा सोर्स  
 
ताजा आंकड़ों के मुताबिक चीन इस साल अप्रैल-सितंबर के दौरान भारत का टॉप इंपोर्टर रहा. इस दौरान कुल 56.29 अरब डॉलर मूल्य का आयात चीन से हुआ है. वहीं सामान अवधि में अमेरिका देश के लिए शीर्ष निर्यात के तौर पर उभरा है. अमेरिका को निर्यात 5.62 प्रतिशत बढ़कर 40.38 अरब डॉलर हो गया. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान चीन से आयात 11.5 प्रतिशत बढ़ा है. बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में आयात 50.48 अरब डॉलर रहा था. 

चीन से क्या-क्या मंगाता है भारत 

भारत चीन से इलेक्ट्रॉनिक सामान सबसे ज्यादा आयात करता है, जिसमें स्मार्टफोन, लैपटॉप, टेलीविज़न, बिजली की आपूर्ति, और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं.  इसके अलावा कार्बनिक रसायन, मशीनरी, परमाणु रिएक्टर और बॉयलर, लोहा और इस्पात, मेडिकल और ऑप्टिकल इक्विपमेंट्स , ऑटोमोबाइल पार्ट्स, प्लास्टिक के सामान और फर्टिलाइज़र मंगाता है.  

भारत के टॉप 10 आयातक देश  

आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में भारत में होने वाले आयात के शीर्ष 10 स्रोत चीन, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, इराक, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर रहे है. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान रूस से आयात बढ़कर 32.18 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 30.43 अरब डॉलर था. इसी तरह, यूएई से होने वाला आयात बढ़कर 31.46 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह 20.70 अरब डॉलर था।. 

भारत के टॉप 10 निर्यातक देश 

भारत के शीर्ष 10 निर्यात देशों में अमेरिका सबसे आगे है. इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड, ब्रिटेन, चीन, सिंगापुर, सऊदी अरब, बांग्लादेश, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका है. यूएई को निर्यात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान बढ़कर 17.24 अरब डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 15.47 अरब डॉलर था. इसी तरह, चीन को निर्यात बढ़कर 6.91 अरब डॉलर रहा जो एक साल पहले 2023-24 में अप्रैल-सितंबर के दौरान 7.63 अरब डॉलर था.

अमेरिका को पछाड़ चीन सबसे बड़ा भागीदार 

 अमेरिका 2023-24 में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था. उसके बाद चीन का स्थान था. चीन 2013-14 से 2017-18 और 2020-21 में भारत का शीर्ष व्यापारिक भागीदार था. चीन से पहले, संयुक्त अरब अमीरात देश का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था. 2021-22 और 2022-23 में अमेरिका सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था.  

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