Russia Tsunami Warning: भारत का दोस्त रूस संकट में घिर गया है. इस बार उसके सामने अमेरिका, यूक्रेन या फिर यूरोपीय यूनियन नहीं बल्कि उसका मुकाबला इस बार प्रकृति से है. रूस के पूर्वी प्रायद्वीप कामचटका में दुनिका का छठा सबसे भयंकर भूकंप आया है. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 8.8 थी. भूंकप के इस तेज झटकों के बाद रूस, जापान, अमेरिका समेत कई देशों में सुनामी का खतरा पैदा हो गया है. रूस, जापान में सुनामी की लहरे तटों से टकरा चुकी है. ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. सुनामी लहरें पहले ही रूस के कुरील द्वीप समूह और जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुकी हैं. वहीं सुनामी जिसने साल 2004 में इंडोनेशिया और 2011 में जापान में भीषण तबाही मचाई थी. ये जल प्रलय अगर और बढ़ा तो भारी तबाही मचाएगा.
रूस के सामने खड़ा है प्रलय
प्रशांत महासागर भूकंप और सुनामी के प्रति संवेदनशील है. ये सुनामी साल 2011 और 2004 की भयंकर तबाही की यादों का ताजा कर रहा है. दिसंबर 2004 की सुनामी इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर 9.1 तीव्रता के भूकंप के बाद भयंकर सुनामी की लहरें उठी थी. सुनामी से 15 देशों में लगभग 220,000 लोग मारे गए थे. समंदर में 30 मीटर ऊंची लहरें उठीं थी. उस सुनामी में अकेले इंडोनेशिया में 6 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ जो आचे प्रांत की जीडीपी के बराबर थी. मालदीव को 470 मिलियन डॉलर का झटका लगा था. श्रीलंका में एक बिलियन डॉलर सुनामी की तबाही में बह गए थे. 15 देशों में इस सुनामी ने भारी तबाही मचाई थी. 13 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था.
जापान की वो भयंकर सुनामी
वहीं साल 2011 में जब जापान में भयंकर तबाही मची थी. 9.0 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की ऊंची-ऊंची लहरों ने जापान की इकोनॉमी हिला दी थी.जापान को 220 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का नुकसान पहुंचा था. अब ऐसा ही एक सुनामी रूस की ओर बढ़ रहा है. रूस जो पहले से ही युद्ध और अमेरिका के प्रतिबंधों का सामना कर रहा है. अगर सुनामी से तबाही मचाई तो उसकी अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लग सकता है.
रूस में पहले से यु्द्ध की तबाही
युक्रेन के साथ युद्ध को तीन साल बीच चुके हैं. युद्ध के चलते रूस को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन के साथ युद्ध की शुरुआत हुई थी, उसके बाद से तबाही जारी है. रूस में मंदी के करीब पहुंच गया है. युद्ध के बाद से रूस की GDP 2 से 3 फीसदी तक गिर गई है. आम लोगों के लिए हालात मुश्किल बन रहे हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध में रूस ने अपनी सेना, हथियारों और रसद आदि पर 211 अरब डॉलर यानी करीब 1800000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. खर्च के साथ-साथ रूस को भारी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिका और जी7 के अन्य सदस्य देशों ने रूसी केंद्रीय बैंक के 320 अरब डॉलर यानी करीब 2700000 करोड़ रुपये ब्लॉक कर दिए. ईयू और अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते रूस को सस्ती कीमत पर अपने तेल बेचने पड़ रहे हैं. जिसके चवते रूस को करीब 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. इसी तरह के अन्य नुकसानों को जोड़ दें तो रूस को कुल 1.3 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 10900000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. अब इस सुनामी संकट से रूस की चिंता बढ़ा दी है.