trendingNow12767811
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

पैसा नहीं टाइम है जरूरी...टिकट भले ही महंगे, लेकिन हवाई जहाज से खूब सफर कर रहे हैं लोग, आंकड़े दे रहे गवाही

Flight Journey: लोगों के समय कीमती है. सफर में लगने वाले समय को बचाने के लिए लोग खूब हवाई कर रहे हैं. फ्लाइट से सफर करने वाले लोगों की संख्या में बड़ी तेजी आई है.  इस साल अप्रैल में भारत में घरेलू एयरलाइनों में 1.43 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की है.

 पैसा नहीं टाइम है जरूरी...टिकट भले ही महंगे, लेकिन हवाई जहाज से खूब सफर कर रहे हैं लोग, आंकड़े दे रहे गवाही
Bavita Jha |Updated: May 21, 2025, 08:00 PM IST
Share

Domestic Air Passenger Traffic: लोगों के समय कीमती है. सफर में लगने वाले समय को बचाने के लिए लोग खूब हवाई कर रहे हैं. फ्लाइट से सफर करने वाले लोगों की संख्या में बड़ी तेजी आई है.  इस साल अप्रैल में भारत में घरेलू एयरलाइनों में 1.43 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की है. इसमें सालाना आधार पर 8.45 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है.नागर विमानन महानिदेशालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई. 

इस वर्ष जनवरी-अप्रैल के दौरान घरेलू एयरलाइनों में उड़ान भरने वाले यात्रियों की संख्या 5.751 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 5.23 करोड़ से 9.87 प्रतिशत अधिक है. अप्रैल के दौरान उड़ान में व्यवधान का एक महत्वपूर्ण कारण खराब मौसम था. बीते महीने हुए कुल कैंसिलेशन में इसकी हिस्सेदारी 38.8 प्रतिशत थी. इसका सीधा असर 20,840 यात्रियों पर पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप एयरलाइनों को मुआवजे और सुविधाओं के रूप में 41.69 लाख रुपए खर्च करने पड़े, इसमें मासिक आधार पर 117 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. 

कैंसिलेशन के अलावा देरी ने भी बड़ी संख्या में यात्रियों को प्रभावित किया, अप्रैल में 96,350 लोगों को उड़ान में देरी का सामना करना पड़ा, जो मार्च की तुलना में 68 प्रतिशत की वृद्धि है. अप्रैल में इंडिगो की यात्री बाजार हिस्सेदारी मार्च के 64 प्रतिशत से बढ़कर 64.1 प्रतिशत हो गई है. डीजीसीए के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन ने अपने यात्री लोड फैक्टर में भी सुधार दर्ज किया, जो 84.6 प्रतिशत से बढ़कर 86.9 प्रतिशत हो गया. 

बीते महीने एयर इंडिया समूह की बाजार हिस्सेदारी में भी वृद्धि हुई है, जो अप्रैल के दौरान 26.7 प्रतिशत से बढ़कर 27.2 प्रतिशत हो गई है. एयरलाइन का यात्री लोड फैक्टर 80.6 प्रतिशत से बढ़कर 83.3 प्रतिशत हो गया. आकाश एयर की बाजार हिस्सेदारी 5 प्रतिशत पर बरकरार रही। कर्ज में डूबी स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी 3.3 प्रतिशत से घटकर 2.6 प्रतिशत रह गई है, लेकिन एयरलाइन का लोड फैक्टर 84.8 प्रतिशत से बढ़कर 86 प्रतिशत हो गया है. 

आकाश एयर ने सबसे अधिक यात्री लोड फैक्टर दर्ज किया, जो मार्च में 92.5 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल के दौरान 93 प्रतिशत हो गया. किसी एयरलाइन का लोड फैक्टर उड़ान में उपलब्ध सीटों के प्रतिशत को बताता है जो भुगतान करने वाले यात्रियों से भरी होती हैं. यह एक प्रमुख मीट्रिक है जो किसी एयरलाइन की अपनी क्षमता का उपयोग करने में दक्षता को दर्शाता है. अप्रैल 2025 के दौरान शेड्यूल्ड घरेलू एयरलाइनों को कुल 910 यात्री-संबंधी शिकायतें प्राप्त हुईं.  अप्रैल 2025 के महीने में प्रति 10,000 यात्रियों पर शिकायतों की संख्या लगभग 0.64 रही है. आईएएनएस

Read More
{}{}