Indian Cement Industry: देश के दो कॉरपोरेट घरानों के बीच सीमेंट इंडस्ट्री में नंबर 1 बनने की होड़ मची हुई है. इस कारण इंडियन सीमेंट इंडस्ट्री साल 2024 के दौरान दोनों कॉरपोरेट घरानों के बीच छोटी कंपनियों के अधिग्रहण को लेकर कम्पटीशन का गवाह रहा. अगले साल सीमेंट इंडस्ट्री की बिक्री में सुधार, मार्जिन बढ़ने और मांग में तेजी के साथ-साथ बड़े ढांचागत प्रोजेक्ट पर सरकार के बढ़ते खर्च से बिक्री में करीब आठ प्रतिशत का इजाफा होने की उम्मीद है. आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट और अरबपति गौतम अडानी की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स द्वारा 4.5 अरब डॉलर में पांच करोड़ टन सालाना से ज्यादा की क्षमता का अधिग्रहण किया जा रहा है.
2024 में कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा
इसके अलावा, इन कंपनियों ने मौजूदा यूनिट का भी एक्सपेंशन किया है. उन्होंने मौकों की तलाश में अपनी कैपिटल तैयार रखी है. इंडस्ट्री को 2024 में कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें मध्यम क्षमता उपयोग से लेकर कम बिक्री प्राप्ति तक शामिल है. इससे कई सीमेंट निर्माताओं की आमदनी पर असर पड़ा है. इससे मार्जिन घटा और मात्रा में वृद्धि की रफ्तार धीमी हुई. हालांकि, 2024 अल्ट्राटेक और अडानी सीमेंट की तरफ से अपनी स्थिति मजबूत करने और समय से पहले लक्षित वृद्धि हासिल करने के लिए बड़े अधिग्रहण के लिए भी जाना जाएगा.
अडानी ने इन कंपनियों का अधिग्रहण किया
इस साल के दौरान अडानी सीमेंट्स ने सौराष्ट्र स्थित सांघी इंडस्ट्रीज, पेन्ना इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. हाल ही में पुरानी कंपनियों के अधिग्रहण की वृद्धि रणनीति के तहत सीके बिड़ला ग्रुप की कंपनी ओरिएंट सीमेंट का अधिग्रहण करने की घोषणा की है. इसके अलावा, इसने ‘माई होम’ जैसी छोटी कंपनियों की सुविधाएं भी हासिल कर ली हैं. इसकी सब्सिडियरी कंपनी एसीसी ने एशियन कंक्रीट्स एंड सीमेंट्स का भी अधिग्रहण कर लिया है. इन अधिग्रहण और विस्तार से अडानी सीमेंट को इस क्षेत्र में एंट्री के दो साल के अंदर 2024 तक अखिल भारतीय उपस्थिति के साथ 10 करोड़ टन सालाना की क्षमता को पार करने में मदद मिली.
14 करोड़ टन सालाना की उत्पादन क्षमता का लक्ष्य
इसमें स्विट्जरलैंड की कंपनी होल्सिम से सात करोड़ टन क्षमता का अधिग्रहण भी शामिल है. अडानी ग्रुप ने 2027-28 तक अपनी कैपिसिटी को बढ़ाकर 14 करोड़ टन सालाना करने की योजना बनाई है. यह आंकड़ा बाजार की नंबर 1 सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक की मौजूदा क्षमता 15.66 करोड़ टन प्रति सालाना ग्रे सीमेंट से कुछ ही कम है. डेलॉयट इंडिया के हिस्सेदार राकेश सुराना ने कहा कि 2024 का साल सीमेंट उद्योग के लिए इंटीग्रेशन का रहा. इस दौरान कई बड़े मर्जर और अधिग्रहण देखने को मिले. आदित्य बिरला ग्रुप की अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है. वित्त वर्ष 2026-27 तक उसकी 20 करोड़ टन क्षमता हासिल करने की योजना है.
साल 2024 में अल्ट्राटेक ने साउथ में इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड के अधिग्रहण की घोषणा की और केसोराम इंडस्ट्रीज के सीमेंट कारोबार का अधिग्रहण करने के प्रोसेस में है. ईवाई-पार्थेनन के साझेदार (एनर्जी प्रैक्टिस) विनायक विपुल ने कहा कि इंडियन सीमेंट इंडस्ट्री ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) में चार से पांच प्रतिशत की धीमी वृद्धि देखी है, जबकि इससे पिछले तीन साल में सीमेंट उद्योग की वृद्धि की रफ्तार 10 प्रतिशत से अधिक रही थी. मुख्य रूप से चुनावों और विस्तारित मानसून के प्रभाव से सीमेंट की वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी. (भाषा)