Indian Railway Highest Profitable Train: भारतीय रेलवे से रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं. रेलवे टिकट से लेकर कैटरिंग, माल ढुलाई आदी से मोटी कमाई करता है. कई ट्रेनें होती है जिसमें सालभर टिकट हाउसफुल ही रहता है, वहीं कई ट्रेनें ऐसी होती है, जिसमें टिकटें खाली रहती है. आज जिस ट्रेन के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, वो देश की सबसे कमाऊ ट्रेन हैं. इस ट्रेन की कमाई बाकी ट्रेनों से आगे हैं.
कमाई में आगे है ये ट्रेन
भारत में रोजाना 13452 से ज्यादा गाड़ियां पटरियों पर दौड़ती है. राजधानी, शताब्दी, दूरंतो, वंदे भारत जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों के अलावा, मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें भी पटरियों पर दौड़ती है. आज जिस ट्रेन के बारे में बता रहे हैं, वो रेलवे की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ट्रेन है. इस ट्रेन की कमाई के सामने वंदे भारत, शताब्दी जैसी ट्रेनें कहीं नहीं टिकती. उत्तर रेलवे की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ट्रेन वंदे भारत नहीं बल्कि राजधानी एक्सप्रेस है. कमाई के मामले में बैंगलोर राजधानी एक्सप्रेस सबसे ऊपर है.
कौन सी ट्रेन सबसे ज्यादा करती है कमाई , टॉप 5 में कौन-कौन
ट्रेन संख्या 22692 बैंगलोर राजधानी एक्सप्रेस हजरत निजामुद्दी से KSR बैंगलुरू (KSR Bengaluru Rajdhani Express) तक का सफर करती है. साल 2022-23 में इस ट्रेन से कुल 509510 लोगों ने सफर किया था. इससे रेलवे की झोली में करीब 1,76,06,66,339 रुपये आए थे. KSR बैंगलोर राजधानी एक्सप्रेस के अलावा देश की टॉप 5 कमाई करने वाली ट्रेनों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से जोड़ने वाली सियालदह राजधानी एक्सप्रेस है. ट्रेन संख्या 12314 सियालदह राजधानी एक्सप्रेस ने साल 2022-23 में 5,09,164 लोगों को मंजिल तक पहुंचाया, जिससे इस ट्रेन की कमाई 1, 28,81,69,274 रुपये पर पहुंच गई. तीसरे नंबर पर डिब्रूगढ़ राजधानी है. नई दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच चलने वाली इस ट्रेन ने पिछले साल 4,74,605 यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचाया था. इससे रेलवे को कुल 1,26,29,09,697 रुपये की कमाई हुई थी.
चौथे और पांचवें नंबर पर कौन ?
सबसे ज्यादा कमाई करने वाली टॉप 5 ट्रेनों की लिस्ट में चौथे नंबर पर नई दिल्ली से मुंबई सेंट्रल के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस है. ट्रेन नंबर 12952 मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ने साल 2022-23 में 4,85,794 यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाया था, जिससे रेलवे के खाते में 1,22,84,51,554 रुपये आए.कमाई के मामले में डिब्रूगढ़ राजधानी देश की पांचवीं सबसे कमाऊ ट्रेन है. इस ट्रेन ने बीते साल 1,16,88,39,769 रुपये की आमदनी हुई.