Railways Non AC Coach: भारतीय रेलवे की तरफ से यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर कई कदम उठाए जा रहे हैं. इनमें नए रेलवे स्टेशनों के निर्माण से लेकर स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं का दिया जाना भी शामिल है. रेलवे की तरफ से संचालित सेमी हाई स्पीड ट्रेनों से यात्रियों को काफी सहूलियत हुई है. यात्री अब कम समय में लंबी दूरी की यात्रा कर पा रहे हैं. इसके अलावा कम बजट वाले यात्रियों को ध्यान में रखकर रेलवे की तरफ से अमृत भारत ट्रेनों का भी संचालन भी पिछले दिनों किया गया. रेलवे का प्लान और भी कई रूट पर अमृत भारत ट्रेनों का संचालन करने का है.
कम किराये में होगा लेटकर सफर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले दिनों लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि अगले पांच साल में 17,000 नॉन-एसी जनरल और स्लीपर कोच शुरू किये जाएंगे. इसका मतलब यह होगा कि यात्री अब कम किराये में लेटकर सफर कर सकेंगे. एसी कोच के मुकाबले नॉन एसी कोच का किराया आधे से भी कम होता है. रेल मंत्री ने बताया कि कुल 82,200 कोच में से नॉन-एसी कोच (जनरल और स्लीपर) की संख्या बढ़कर 57,200 (करीब 70%) हो गई है, जबकि 25,000 (30%) के करीब एसी कोच हैं.
जनरल क्लास के सफर में बढ़ाईं सुविधाएं
वैष्णव ने बताया कि रेलवे की तरफ से जनरल क्लास में यात्री करने वालों के लिए काफी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं. उन्होंने बताया कि 2024-25 में 1,250 जनरल कोच को लंबी दूरी की ट्रेनों में प्रयोग में लाया गया है. मौजूदा समय में नॉन-एसी कोच की संख्या पहले के मुकाबले काफी ज्यादा है. उन्होंने बताया कि रेलवे का आने वाले पांच साल में 17,000 नॉन-एसी जनरल / स्लीपर कोच बनाने का प्लान है. जनरल कोच बढ़ने से यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है.
सात साल में 4,193 करोड़ यात्रियों ने किया सफर
पिछले सात साल (2018-19 से 2024-25) के दौरान 4,193 करोड़ यात्रियों ने भारतीय रेलवे के जरिये सफर किया है. रेल मंत्री ने बताया किस तरह पिछले कुछ सालों में ट्रेनों के संचालन में बदलाव हुआ है. उन्होंने बताया कि साल 2019-20 में प्रतिदिन 13,169 ट्रेनों का संचालन भारतीय रेलवे के तहत होता था. यह साल 2024-25 में बढ़कर 13,940 पर पहुंच गया. कोविड महामारी के दौरान साल 2020-21 में 99 करोड़ और 2021-22 में 275 करोड़ यात्रियों ने जनरल / अनारक्षित कोच में सफर किया.
रेलवे मिनिस्ट्री ने रखा पांच साल का टारगेट
साल 2022-23 में 553 करोड़, 2023-24 में 609 करोड़ और 2024-25 में 651 करोड़ यात्रियों ने रेलवे से सफर किया. उन्होंने बताया कि कुल 69 लाख सीटों में से 54 लाख (78%) नॉन-एसी और 15 लाख (22%) एसी सीट हैं. रेलवे मिनिस्ट्री के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इनफार्मेशन एंड पब्लिसिटी दिलीप कुमार ने बताया कि रेलवे की तरफ से आम यात्रियों को कम खर्च में आरामदायक सफर कराने के लिए नॉन एसी कोच की संख्या बढ़ाई जा रही है. 17000 कोच के निर्माण के लिए पांच साल का टारगेट है. हर साल करीब साढ़े तीन हजार कोच का निर्माण किया जाएगा.