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अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ पर टिकी बाजार की निगाहें, एक्‍सपर्ट ने बताया-क्‍या रहेगा बाजार का हाल?

जानकारों के अनुसार इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम के साथ ग्‍लोबल लेवल पर बाजार रिस्क-ऑन मोड में हैं. लेकिन रेसिप्रोकल टैरिफ मामले का समाधान होना बाकी है, इसलिए बाजार में लगातार तेजी मुश्किल होगी.

अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ पर टिकी बाजार की निगाहें, एक्‍सपर्ट ने बताया-क्‍या रहेगा बाजार का हाल?
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jun 26, 2025, 01:32 PM IST
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Indian stock market: मिले-जुले वैश्‍व‍िक संकेतों के बीच घरेलू बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान में खुले. शुरुआती कारोबार में मेटल, ऑटो और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में खरीदारी देखी गई. कारोबारी सत्र के दौरान दोहपर करीब 1 बजे सेंसेक्‍स 509.72 अंक की तेजी के साथ 83,265 अंक पर कारोबार करते देखा गया. इसी समय न‍िफ्टी सूचकांक को 178.70 अंक की तेजी के साथ 25,423.45 अंक पर कारोबार करते देखा गया. सुबह के समय करीब 9.30 बजे सेंसेक्‍स 239.27 अंक की तेजी के साथ 82,994.78 अंक पर पर ट्रेंड कर रहा था. उस समय निफ्टी 84.20 अंक की बढ़त लेकर 25,328.95 अंक पर था.

युद्ध विराम के साथ ग्‍लोबल लेवल पर बाजार रिस्क-ऑन मोड में

जानकारों के अनुसार इजरायल और ईरान के बीच युद्ध विराम के साथ ग्‍लोबल लेवल पर बाजार रिस्क-ऑन मोड में हैं. लेकिन रेसिप्रोकल टैरिफ मामले का समाधान होना बाकी है, इसलिए बाजार में लगातार तेजी मुश्किल होगी. जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के चीफ इनवेस्‍टमेंट स्‍ट्रेटज‍िक डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, 'रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर 90-डे विराम समाप्त होने जा रहा है. निकट भविष्य में बाजार का ध्यान इस बात पर रहेगा कि 9 जुलाई के आसपास क्या होता है. अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार सौदों पर बातचीत करने में कौन से देश सफल होंगे, इस पर सभी की निगाहें लगी रहेंगी.'

पॉज‍िट‍िव खबरें बाजार के लिए अच्‍छी रहेंगी
उन्होंने आगे कहा कि संभावित इंडिया-यूएस डील पर पॉज‍िट‍िव खबरें बाजार के लिए अच्‍छी रहेंगी. मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, तकनीकी रूप से, प्राइस एक्शन ने एक इनसाइड डे को भी ट्रेस किया, जिसका मतलब है कि एक बड़े, सिंगल-डे, ट्रेंडिंग मूव की संभावना बढ़ रही है. एक्सिस सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड, अक्षय चिंचलकर ने कहा, 'तत्काल प्रतिरोध 25,310-25,360 जोन के अंदर और 25,500 पर उच्चतर है, जबकि तत्काल समर्थन 24,960 और 25,010 लेवल के बीच है. अगर इंडेक्स 25,500-25,800 जोन में आता है तो इसके नीचे, 24,800 वह स्तर है जिसका बचाव बुल्स को करना चाहिए.'

इन शेयर में देखी गई तेजी
इस बीच, सेंसेक्स पैक में, बीईएल, इटरनल, टाटा मोटर्स, पावरग्रिड, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल और टाइटन टॉप गेनर्स थे, जबकि टेक महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, ट्रेंट और आईसीआईसीआई बैंक टॉप लूजर्स थे. विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 25 जून को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 2,427.74 करोड़ रुपए के शेयर बेचे. इस बीच, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) खरीदार बने रहे, जिन्होंने 2,372.96 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे.

एशियाई बाजारों में जापान, चीन, बैंकॉक और जकार्ता हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि सोल और हांगकांग लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजारों में पिछले कारोबारी सत्र में डाउ जोंस 106.59 अंक या 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42,982.43 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.02 अंक की गिरावट के साथ 6,092.16 पर और नैस्डैक 61.02 अंक या 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,973.55 पर बंद हुआ. (IANS) 

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