Indigo Expansion Plan: देश की दिग्गज एयरलाइंस कंपनी इंडिगो (Indigo) ने आने वाले कुछ सालों में इंटरनेशनल फ्लाइट्स एक्सपेंशन करने का प्लान किया है. इंडिगो की तरफ से किये गए ऐलान में कहा गया कि एयरलाइन 2030 तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की क्षमता बढ़ाएगी, ताकि बाजार में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया जा सके. रॉयटर्स की खबर के अनुसार कंपनी का मकसद फाइनेंशियल ईयर 2030 तक इंटरनेशनल फ्लाइट की कैपिसिटी को 28% से बढ़ाकर 40% तक करने का है. इसे कुल उपलब्ध सीट किलोमीटर (ASK-available seat kilometres) रेश्यो में मापा जाता है.
इंटरनेशनल फ्लाइट मार्केट में 19% की हिस्सेदारी
इंडिगो का 2028 में यह रेश्यो महज 14% था, जिसे 7 साल में बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया है. अभी इंडिगो 40 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए फ्लाइट संचालित करता है. देश के इंटरनेशनल फ्लाइट मार्केट में एयरलाइन की हिस्सेदारी 19% है. वहीं डोमेस्टिक मार्केट में इंडिगो की हिस्सेदारी करीब 60% है. इसी के दम पर इंडिगो देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन है. इंडिगो का प्लान अपने बेड़े का विस्तार करके बिजनेस क्लास सीट की पेशकश करने की है.
रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कंपनी का खास प्लान
इसके अलावा इंडिगो का प्लान लंबी दूरी की फ्लाइट के लिए बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान को लीज पर लेने का है. एयरलाइन अपने एयरबस A321XLR और A350 विमानों में बिजनेस क्लास सीट्स जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे रेवेन्यू को बढ़ाया जा सके. आपको बता दें बिजनेस क्लास टिकट का दाम इकोनॉमी क्लास के मुकाबले करीब तीन गुना ज्यादा होता है. इस साल की शुरुआत में इंडिगो ने अपनी इंटरनेशनल मार्केट में मौजूदगी को मजबूत करने के प्लान का खुलासा किया है.
अभी इंटरनेशनल रूट से 10% आमदनी
इंटरनेशनल रूट पर चलने वाली फ्लाइट से अभी उसकी आमदनी का करीब 10% हिस्सा आता है. एयरलाइन ने लंबी दूरी की उड़ानों का एक्सपेंशन करने के लिए नॉर्स अटलांटिक एयरवेज से बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर विमान को लीज पर लेने का ऐलान किया है. इंडिगो का टारगेट 2030 तक बेड़े को 600 से ज्यादा विमान तक बढ़ाने का है. मौजूदा समय में एयरलाइन के बेड़े में कुल 437 विमान हैं.