What is Sukanya Samriddhi Yojana: बच्चे की फाइनेंशियल सेफ्टी की जिम्मेदारी माता-पिता की होती है. बच्चे की एजुकेशन हो, शादी हो या लाइफ की अन्य अहम घटनाओं के लिए सही सेविंग स्कीम का होना जरूरी है. इसे हासिल करने के लिए अलग-अलग योजनाओं में समझदारी से निवेश करना जरूरी है. इसके लिए सरकार की तरफ से कई स्मॉल सेविंग स्कीम संचालित की जाती हैं. इन योजनाओं में निवेश करके आप बच्चों की जरूरत के लिए अच्छा पैसा इकट्ठा कर सकते हैं.
म्यूचुअल फंड ने दिया डबल रिटर्न
फाइनेंशियल एक्सपर्ट बी. पद्मनाभन ने सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और बच्चों के म्यूचुअल फंड की तुलना की. उन्होंने इससे जुड़ा एक पोस्ट एक्स अकाउंट पर शेयर किया. बच्चों के म्यूचुअल फंड ने एसएसवाई (SSY) के मुकाबले की दोगुना रिटर्न दिया. यह बिना किसी रुकावट के पूरी तरह से फ्लैक्सीबल रिटर्न देता है और केवल लड़की तक ही सीमित नहीं है. हालांकि, उन्होंने कहा, इस मैसेज का मकसद व्यापक दृष्टिकोण मुहैया कराना है. किसी भी प्लान के लिए कोई सुझाव नहीं है. हम केवल एक सेक्टर पर फोकस कर रहे हैं और मौके को नजरअंदाज कर दिया है.'
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) सरकार की तरफ से संचालित की जाने वाली सेविंग स्कीम है. इस स्कीम को लड़कियों के फाइनेंशियल सेफ्टी को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. माता-पिता या कानूनी अभिभावक 10 साल से कम उम्र की लड़की के लिए सुकन्या समृद्धि अकाउंट खोल सकते हैं. योजना शुरुआत के 21 साल बाद या लड़की के 18 साल की होने के बाद शादी करने पर मैच्योर होती है. अभी सुकन्या समृद्धि पर सालाना 8.2% का ब्याज मिल रहा है. निवेशक इसमें न्यूनतम 250 रुपये का निवेश कर सकते हैं, जबकि अधिकतम की लिमिट डेढ़ लाख रुपये सालाना है. योजना में आयकर अधिनियम 1961 के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट का भी फायदा मिलता है.
क्या है ईएलएसएस?
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करना भी लॉन्ग टर्म में अच्छा फायदा देता है. इक्विटी म्यूचुअल फंड लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न देने की हिम्मत रखते हैं. यह रिटर्न बच्चों की शिक्षा के लिए या शादी के खर्च को पूरा करने के लिए बेस्ट है. सिंपल म्युचुअल फंड में टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता. जबकि यदि आप इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स (ELSS) में निवेश करते हैं तो इससे टैक्स बेनिफिट मिलता है. ज्यादा फायदा लेने और रिस्क कम करने के लिए आपको लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड के साथ-साथ ईएलएसएस में भी अपने इनवेस्टमेंट फोलियो में विविधता लानी चाहिए.
(डिस्क्लेमर: जी न्यूज की तरफ से किसी भी प्रकार के निवेश से जुड़ी जानकारी अपने पाठकों को नहीं दी जाती. किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट से जरूरत परामर्श करें.)