LG IPO: Hyundai के बाद एक और दक्षिण कोरियाई कंपनी अपना आईपीओ लेकर आ रही है. एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड जल्द ही भारतीय बाजार में दस्तक देने जा रही है. 15000 करोड़ रुपये जुटाने के मकसद से एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अपना आईपीओ ला रही है.
LG का आईपीओ
एलजी इंडिया को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) लाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिल गई है. एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ का साइज करीब 15,000 करोड़ रुपये का होने का अनुमान है और यह पूरा पब्लिक इश्यू ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) होने वाला है, जिसमें एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईएनसी द्वारा 10.18 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे. इस आईपीओ में फ्रेश इश्यू नहीं है.
ओएफएस के तहत जारी किए जाने वाले सभी शेयरों की बिक्री का पैसा कंपनी के प्रमोटर्स और निवेशकों के पास जाता है। वहीं, फ्रेश इश्यू के तहत जारी होने वाले शेयरों की बिक्री से मिलने वाला पैसा कंपनी के पास जाता है. एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईएनसी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी है. कंपनी द्वारा आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर 6 दिसंबर, 2024 को जमा किए गए थे.
सेबी की मंजूरी के बाद कंपनी अब आईपीओ जारी कर सकती है. इस आईपीओ का प्रबंधन मॉर्गन स्टेनली इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया, एक्सिस कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया जैसे इन्वेस्टमेंट बैंकों द्वारा किया जाएगा. केफिन टेक्नोलॉजीज इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार के रूप में काम करेगी. एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया भारतीय घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एक प्रमुख कंपनी है.
वित्तीय स्तर पर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने कई सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय 21,352 करोड़ रुपये थी, जो कि इससे पहले के वित्त वर्ष में 19,868.24 करोड़ रुपये थी. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 1,344.93 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,511.07 करोड़ रुपये हो गया है. वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी की आय 6,408.80 करोड़ रुपये थी. इस दौरान कंपनी को 679.65 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.
इससे पहले 2024 में एक अन्य दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई मोटर की भारतीय इकाई ने आईपीओ लॉन्च किया था. हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ का साइज 27,870.16 करोड़ रुपये था. यह भारत में आया अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था. यह पब्लिक इश्यू भी ओएफएस था और इसमें 14.22 करोड़ शेयरों की बिक्री कंपनी के प्रवर्तकों द्वारा की गई थी. आईएएनएस