देश की सबसे तेजी से बढ़ती ऑटोमोबाइल कंपनियों में शुमार महिंद्रा ग्रुप ने अपने कर्मचारियों को ऐसा तोहफा दिया है, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो. कर्मचारियों की मेहनत और योगदान का सम्मान करते हुए महिंद्रा ने 12 से 14 हजार कर्मचारियों को एक बार का ESOP (कर्मचारी स्टॉक स्वामित्व योजना) देने का ऐलान किया है. इसमें पहली बार फैक्ट्री में काम करने वाले शॉप फ्लोर वर्कर्स को भी शामिल किया गया है, जो अब सीधे कंपनी के मालिकाना हक में हिस्सेदार बन जाएंगे.
यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब कंपनी की बिक्री और मुनाफे में जबरदस्त उछाल आया है, खासकर थार और अन्य एसयूवी मॉडल्स की रिकॉर्ड बिक्री ने महिंद्रा के शेयरों को बीते 5 वर्षों में 12 गुना तक बढ़ा दिया है. इसके साथ ही, महिंद्रा ने हुंडई को पछाड़ते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी पैसेंजर वाहन निर्माता कंपनी का तमगा भी हासिल कर लिया है.
ESOP स्कीम से कर्मचारियों को मिलेगा सीधा फायदा
महिंद्रा ग्रुप की इस योजना के तहत कर्मचारियों को रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट (RSUs) दिए जाएंगे. इसका मतलब है कि अब कर्मचारियों को न केवल सैलरी मिलेगी, बल्कि कंपनी के मुनाफे में हिस्सेदारी का मौका भी मिलेगा. यह योजना सिर्फ सीनियर मैनेजमेंट तक सीमित नहीं है, बल्कि हर लेवल के कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा. यहां तक कि उन शॉप फ्लोर वर्कर्स को भी, जो कंपनी के ग्राउंड ऑपरेशन का रीढ़ हैं. सूत्रों के मुताबिक, इस योजना पर कंपनी करीब ₹400-₹450 करोड़ तक खर्च करने जा रही है. ये शेयर उन कर्मचारियों को दिए जाएंगे जो कम से कम 12 महीनों से महिंद्रा ग्रुप के स्थायी कर्मचारी हैं.
कंपनी का विजन
महिंद्रा एंड महिंद्रा के CEO अनिश शाह ने कहा, “यह स्पेशल ग्रांट आपके योगदान के लिए संगठन की सराहना को दर्शाता है. इससे आप इस एंटरप्राइज के सह-मालिक बनते हैं और उस वैल्यू का हिस्सा बनते हैं, जिसे आपने हमारे साथ मिलकर बनाया है.” वहीं, SPJIMR के प्रोफेसर राजीव अग्रवाल के अनुसार, “यह एक स्मार्ट स्ट्रैटेजी है जिससे कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और वे कंपनी की तरक्की से सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे.”
आम कर्मचारी से लेकर नेतृत्व तक में उत्साह
महिंद्रा ग्रुप की इस घोषणा के बाद कंपनी के दफ्तरों और फैक्ट्रियों में जश्न का माहौल है. कर्मचारियों ने सोशल मीडिया और इंटरनल कम्युनिकेशन चैनलों पर खुशी जताई है. कई वर्कर्स ने कहा कि यह उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है. महिंद्रा ग्रुप ने इस बदलाव का श्रेय कार्यकारी अध्यक्ष आनंद महिंद्रा और राजेश जेजुरीकर को दिया है, साथ ही कर्मचारियों के परिवारों और रिटार्ड लीडर्स को भी धन्यवाद दिया है.