अगर आप नया घर खरीदने का सपना देख रहे हैं, कार लेने की सोच रहे हैं या बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो आज की तारीख आपके लिए बेहद खास हो सकती है. त्योहारों से पहले देश के आम लोगों को राहत देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है. 6 अगस्त को मोनेटरी पॉलिसी समिति (MPC) की बैठक के बाद, रेपो रेट में कटौती का ऐलान हो सकता है, जिससे लोन सस्ते हो जाएंगे और आपकी ईएमआई का बोझ हल्का हो सकता है.
फेस्टिव सीजन से पहले तोहफा!
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक रिसर्च रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि आरबीआई इस बार 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कटौती कर सकता है. यह कदम ऐसे समय में आ रहा है जब देश में त्योहार सीजन की शुरुआत होने वाली है और उपभोक्ता खर्च में उछाल की उम्मीद की जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि जब भी फेस्टिव सीजन से ठीक पहले ब्याज दरों में कटौती की गई है, तो क्रेडिट ग्रोथ में जबरदस्त तेजी आई है. अगस्त 2017 में भी जब रेपो रेट में 25 बीपीएस की कटौती की गई थी, तो दिवाली तक 1,956 अरब रुपये की एक्स्ट्रा लोन डिमांड दर्ज की गई थी, जिसमें 30% हिस्सेदारी पर्सनल लोन की थी.
अब तक 1% की कटौती हो चुकी है
गौरतलब है कि आरबीआई इस साल पहले ही तीन बार रेपो रेट में कटौती कर चुका है. फरवरी और अप्रैल में 25-25 बीपीएस और जून में 50 बीपीएस की कटौती हुई थी. यानी कुल मिलाकर 1 फीसदी की राहत पहले ही दी जा चुकी है. अगर आज फिर कटौती होती है, तो यह लोन लेने वालों के लिए चौथी राहत होगी. हालांकि, रेपो रेट में कटौती से जहां लोन लेने वालों को फायदा होगा, वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने वालों को थोड़ा नुकसान हो सकता है. ब्याज दरें कम होने से FD रिटर्न भी घट सकते हैं.