SPMCIL Gold To RBI: सोने की रिकॉर्ड लेवल पर चल रही कीमत के बीच बड़ा अपडेट आया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SPMCIL) (टकसाल) ने फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को 3.4 मीट्रिक टन शुद्ध सोना दिया है. यह गोल्ड कस्टम डिपार्टमेंट की तरफ से जब्त किये गए सोने को शुद्ध करके तैयार किया गया है. वित्त मंत्री ने SPMCIL के नए कॉर्पोरेट ऑफिस के शुभारंभ के मौके पर कहा, आपने सोने को शुद्ध किया और फिर इसे आरबीआई (RBI) को भेजा. 2024-25 में आपने अकेले 3.4 मीट्रिक टन सोना दिया गया.
तिरुपति और वैष्णो देवी से मिलने वाले सोने को भी किया जाता है शुद्ध
वित्त मंत्री ने बताया कि SPMCIL केवल कस्टम की तरफ से जब्त किये गए सोने को ही शुद्ध नहीं किया जाता, बल्कि यह तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम और वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जैसी संस्था से मिलने वाले सोने और चांदी को भी शुद्ध करता है. निर्मला सीतारमण ने बताया कि SPMCIL ने 2021 के बजट के बाद से सोने जैसी कीमती धातु को शुद्ध करने में तेजी से प्रगति की है. पहले जितना भी तस्करी वाला सोना होता था उसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को दिया जाता था. SBI इस सोने की बाजार में नीलामी कर देता था. लेकिन अब यह फैसला किया गया है कि सोने को शुद्ध करके RBI के गोल्ड रिजर्व में जोड़ा जाए.
करेंसी नोट और सिक्कों की अभी भी काफी जरूरी
आपको बता दें नए नियम के अनुसार सोने से जुड़े मामले में हर प्रकार की कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद SPMCIL की तरफ से इसे शुद्ध किया जाता है और आरबीआई के क्वालिटी स्टैंडर्ड को पूरा करता है. RBI इस सोने को बुलियन (सोने की ईंटों या सिल्लियों) के रूप में रखता है, जो कि ग्लोबल स्टैंडर्ड के अनुरूप होना चाहिए. सीतारमण ने इस बात पर भी खासा जोर दिया कि देश में डिजिटल पेमेंट और फिनटेक को बढ़ावा दिये जाने के बावजूद करेंसी नोट और सिक्के (नकदी) अभी काफी भी काफी जरूरी हैं.
सीतारमण ने बताया कि 31 मार्च 2025 को खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर में SPMCIL ने भारी मात्रा में उत्पादन किया है. उन्होंने बताया कि SPMCIL ने इस दौरान 1,200 करोड़ बैंक नोट, 150 करोड़ सिक्के, 1.5 करोड़ पासपोर्ट बुकलेट, 700 करोड़ उत्पाद शुल्क स्टिकर और सरकार व पब्लिक सर्विस के लिए जरूरी विभिन्न प्रकार की डाक और सुरक्षा-संबंधी स्टेशनरी का प्रोडक्श्न किया है. यह सब कुछ महज एक साल के अंदर किया गया है.
वित्त मंत्री ने यह भी इशारा किया कि SPMCIL को नवरत्न का दर्जा दिया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'आप पेशेवर तरीके से काम कर रहे हैं. इसके आधार पर यह देखा जा सकता है कि आपको नवरत्न का दर्जा दिया जा सके.' उन्होंने सभी से इसका सपोर्ट करने के लिए भी कहा. साल 2015 में कैपिटल री-स्ट्रक्चरिंग के बाद SPMCIL ने साल 2016-17 तक अपना पूरा लोन ब्याज सहित चुकता कर दिया. फाइनेंशिलय ईयर 2023-24 में कंपनी की तरफ से 364 करोड़ रुपये का डिविडेंड दिया गया, जो पिछले साल 534 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड डिविडेंड रहा.