Unclaimed Funds in Bank: बैंकों और इंश्योरेंस कंपनियों में बिना क्लेम वाला पैसा (Unclaimed Funds) लगातार बढ़ता जा रहा है. इसको लेकर सरकार की तरफ से लगातार चिंता जताई जा रही है. पिछले दिनों खातों में जमा अनक्लेड अमाउंट को उनके असली मालिकों तक पहुंचाने के लिए पोर्टल भी लॉन्च किया था. सरकार की कोशिश है कि यह पैसा उनके असल हकदारों तक पहुंचे. अब इसके लिए जिले स्तर पर कैंप लगाकर बिना दावे वाला पैसा उनके असली मालिकों तक पहुंचाया जाएगा. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Sitharaman) ने इसके लिए प्रोसेस को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने के लिये कहा है.
कई एजेंसियां मिलकर काम करेंगी
वित्त मंत्री के आदेश के बाद पैसे को उनके असली हकदारों तक पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे. इसके तहत कई एजेंसियां मिलकर काम करेंगी और ऐसे लोगों की पहचान की जाएगी, जिनका यह पैसा है. मुंबई में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल (FSDC) की 29वीं मीटिंग के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बारे में निर्देश दिया. इस दौरान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), सेबी, इरडा (IRDAI), पीएफआरडीए (PFRDA) जैसे अहम फाइनेंशिलय रेग्युलेटर और वित्त मंत्रालय के सीनियर अधिकारी शामिल हुए. बैठक में फाइनेंशियल सेक्टर की चुनौतियों और पॉलिसी पर चर्चा हुई.
पैसे को आसानी से लौटाने का सिस्टम होना चाहिए
मीटिंग के दौरान बिना क्लेम वाले पैसों पर ध्यान दिया गया. ये पैसा इनऑपरेटिव बैंक अकाउंट, अनक्लेम्ड इंश्योरेंस पॉलिसी और डोरमेट सिक्योरिटी होल्डिंग में फंसा हुआ है. जागरूकता के अभाव और प्रोसेस में देरी के कारण यह पैसा उनके असर हकदारों तक नहीं पहुंच पा रहा है. वित्त मंत्री सीतारमण ने निर्देश दिया कि इस पैसे को जल्दी और आसानी से लौटाने का एक सिस्टम होना चाहिए. इसके लिए सीतारमण ने नो योर कस्टमर (KYC) प्रोसेस को आसान और डिजिटली बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा इसे ऐसा बनाए, जिससे लोगों और कारोबारियों को परेशानी न हो. उन्होंने फाइनेंशियल सेक्टर में बेहतर एक्सपीरियंस के लिए एक्टिवली काम करने के लिए कहा.
बिना दावे वाला पैसा बढ़कर 78213 करोड़ रुपये
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2024 तक बैंकों में बिना दावे वाली राशि बढ़कर 78213 करोड़ रुपये हो गई है. अभी 31 मार्च 2025 तक का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है. एफएसडीसी (FSDC) ने फाइनेंशियल रेग्युलेटर्स के बीच बेहतर तालमेल पर भी जोर दिया. काउंसिल ने इनवेस्टमेंट बढ़ाने, फैक्टरिंग सर्विस में सुधार और अकाउंट एग्रीगेटर सिस्टम को मजबूत करने की भी बात कही. आपको बता दें FSDC के चेयरमैन वित्त मंत्री होते हैं. इसमें RBI, SEBI, IRDAI, PFRDA जैसे रेग्युलेटिंग बॉडी के प्रमुख और वित्त मंत्रालय के सचिव शामिल होते हैं. FSDC फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को बनाए रखने और ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए पॉलिसी तैयार करता है.
कैसे मिलेगा अनक्लेमड पैसा?
अगर आपका बैंक अकाउंट लंबे समय से इनएक्टिव है तो इसके लिए बैंक से संपर्क करें. यह चेक करें कि अकाउंट में पैसा है कि नहीं. यदि यह पैसा बीमा पॉलिसी से जुड़ा है तो इंश्योरेंस कंपनी से इसको लेकर बात करें. यदि पॉलिसी मैच्योर हो चुकी है या क्लेम बाकी है तो उसकी जानकारी जुटाएं. डीमैट अकाउंट या म्यूचुअल फंड में निवेश की जानकारी आप डिपॉजिटरी (NSDL/CDSL) या फंड हाउस से हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा पीएफ (PF) के लिए EPFO की वेबसाइट पर UAN नंबर से चेक कर सकते हैं कि PF में पैसा बाकी है या नहीं.