trendingNow12258686
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

MDH-एवरेस्ट मसालों में एथिलीन ऑक्साइड नहीं, फ‍िर हांगकांग-सिंगापुर में क्‍यों लगी पाबंदी?

Everest Masala: एमडीएच और एवरेस्ट जैसे बड़े ब्रांड के मसालों में इथिलीन ऑक्साइड (EtO) कीटनाशक पाए जाने की खबरों के बाद एफएसएसएआई (FSSAI) हरकत में आया है.

MDH-एवरेस्ट मसालों में एथिलीन ऑक्साइड नहीं, फ‍िर हांगकांग-सिंगापुर में क्‍यों लगी पाबंदी?
Kriyanshu Saraswat|Updated: May 22, 2024, 01:44 PM IST
Share

MDH Masala: एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में प‍िछले द‍िनों एथिलीन ऑक्साइड (EtO) म‍िलने का दावा क‍िया गया था. इसके बाद दोनों ब्रांड के मसालों की हांगकांग, सिंगापुर और नेपाल में ब‍िक्री बंद कर दी गई थी. लेक‍िन अब एफएसएसएआई (FSSAI) की तरफ से दावा क‍िया गया है क‍ि  एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों के सैंपल में एथिलीन ऑक्साइड का कोई अंश नहीं मिला है. दोनों ब्रांड के मसालों के सैंपल की जांच 28 मान्यता प्राप्त लैबोरेट्री में की गई. एफएसएसएआई (FSSAI) के एक अधिकारी ने बताया कि एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के मसालों के ऐसे सैंपल ज‍िनको उनकी फैक्ट्रियों से इकट्ठा किया गया था, उनमें इथिलीन ऑक्साइड (EtO) की क‍िसी तरह की म‍िलावट नहीं म‍िली है.

34 सैंपल में से 28 की र‍िपोर्ट आई

मसालों के कुल 34 सैंपल ल‍िये गए थे, इनमें से 28 की र‍िपोर्ट आ चुकी है. यह भी बताया गया क‍ि लैबोरेट्री र‍िपोर्ट की जांच FSSAI के साइंट‍िस्‍ट पैनल की तरफ से की गई थी. एमडीएच और एवरेस्ट जैसे बड़े ब्रांड के मसालों में इथिलीन ऑक्साइड (EtO) कीटनाशक पाए जाने की खबरों के बाद एफएसएसएआई (FSSAI) हरकत में आया है. सिंगापुर और हांगकांग ने इन कंपनियों के मसालों में EtO की मात्रा ज्यादा पाए जाने के चलते इनपर रोक लगा दी थी. EtO को खाने के ल‍िए ठीक नहीं माना जाता और इसका लंबे समय तक सेवन करने से कैंसर का खतरा रहता है.

निर्यात होने वाले सभी मसालों की जांच जरूरी की गई
हांगकांग, स‍िंगापुर और नेपाल में मसालों की ब‍िक्री पर लगी पाबंदी के बाद एफएसएसएआई (FSSAI) की तरफ से सभी ब्रांड्स के मसालों की जांच के आदेश दिए गए. FSSAI के अधिकारियों को मसाला बनाने वाली सभी फैक्ट्रियों, खासकर करी पाउडर और म‍िक्‍स मसालों वाली फैक्ट्रियों की जांच के लिए कहा गया. इसके अलावा राज्य सरकारों को भी मसालों की जांच करने और उनकी क्‍वाल‍िटी चेक करने के आदेश दिए गए. इसके अलावा भारतीय मसाला बोर्ड ने सिंगापुर और हांगकांग को निर्यात किये जाने वाले सभी मसालों में EtO को लेकर जांच को जरूरी कर द‍िया है.

एफएसएसएआई (FSSAI) की तरफ से की गई जाचं में एमडीएच और एवरेस्ट की फैक्ट्रियों से लिए गए ज्यादातर मसालों के सैंपल सही पाये गए. बताया गया क‍ि 28 अलग-अलग लैबोरेट्री से म‍िलने वाली रिपोर्ट्स में EtO का क‍िसी तरह का नामोंन‍िशान नहीं पाया गया. भारत से न‍िर्यात होने वाली चीजों में मसाले काफी अहम हैं. फाइनेंश‍ियल थ‍िंक टैंक, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के अनुसार, पिछले फाइनेंश‍ियल ईयर में भारत से कुल 4.25 बिलियन डॉलर के मसालों का निर्यात हुआ था, यह ग्‍लोबल मसाला निर्यात का 12% है.

Read More
{}{}