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बार-बार नहीं करें TAX कटौती की डिमांड, सरकार को भी चाहिए फंड, नितिन गडकरी की दो टूक

Tax In India: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कि सरकार को गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को चलाने के लिए फंड की जरूरत होती है, और इसके लिए टैक्स जरूरी है.

बार-बार नहीं करें TAX कटौती की डिमांड, सरकार को भी चाहिए फंड, नितिन गडकरी की दो टूक
Sudeep Kumar|Updated: Mar 10, 2025, 04:03 PM IST
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Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से कहा है कि वे टैक्स में कटौती की बार-बार मांग न करें. बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को चलाने के लिए फंड की जरूरत होती है, और इसके लिए टैक्स जरूरी है.
 
उन्होंने आगे कहा, "जीएसटी और अन्य टैक्सों में कटौती की मांग बार-बार मत करिए, यह एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. अगर हम टैक्स घटाएंगे, तो आप और कटौती की मांग करेंगे, क्योंकि यह मानव स्वभाव है. लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि बिना टैक्स के सरकार कल्याणकारी योजनाएं कैसे चलाएगी?"

लॉजिस्टिक्स लागत घटाने का वादा

गडकरी ने यह भी कहा कि सरकार देश में लॉजिस्टिक्स लागत को घटाकर 9% तक लाने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने कहा, "फिलहाल भारत में लॉजिस्टिक्स लागत 14-16% है, लेकिन अगले दो सालों में इसे घटाकर 9% तक लाया जाएगा. इससे भारतीय उद्योग वैश्विक बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनेंगे."

उन्होंने चीन और अमेरिका का उदाहरण देते हुए बताया कि चीन में लॉजिस्टिक्स लागत 8% है, जबकि अमेरिका और यूरोप में यह 12% के करीब है. उन्होंने भरोसा जताया कि भारत जल्द ही इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करेगा.

उद्योगपतियों को दी सलाह

गडकरी ने उद्योग जगत से अपील की कि वे उत्पादन लागत को घटाने पर ध्यान दें, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता न करें. उन्होंने कहा, "आप केवल धन-संपत्ति बनाने वाले नहीं हैं, बल्कि नौकरियां देने वाले भी हैं. हमें इस सुनहरे दौर का लाभ उठाना चाहिए और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना चाहिए."

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आयात कम करना होगा और निर्यात बढ़ाना होगा. उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने के लिए स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना जरूरी है.

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