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टैक्‍सपेयर्स की बल्‍ले-बल्‍ले, पहले से कम समय में आएगा Tax र‍िफंड का पैसा! सरकार ने शुरू की यह सुव‍िधा

PAN-Bank Account Linking: NPCI ने इनकम टैक्‍स ई-फाइलिंग पर PAN और बैंक अकाउंट के वेर‍िफ‍िकेशन से जुड़ी सुविधा शुरू की है. यह सुविधा टैक्‍सपेयर्स को इनकम टैक्‍स ई-फाइलिंग वेबसाइट पर PAN और बैंक अकाउंट को जोड़ने के प्रोसेस में मदद करती है.

टैक्‍सपेयर्स की बल्‍ले-बल्‍ले, पहले से कम समय में आएगा Tax र‍िफंड का पैसा! सरकार ने शुरू की यह सुव‍िधा
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jun 21, 2025, 11:39 AM IST
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Real Time PAN-Bank Account Linking: अगर आप पैन (PAN) और बैंक अकाउंट अभी तक भी ल‍िंक नहीं है तो यह खबर आपके काम की है. इस खबर से टैक्‍सपेयर्स को भी फायदा म‍िलने वाला है. इसके जर‍िये आपका इनकम टैक्‍स र‍िफंड पहले से जल्‍दी अकाउंट में क्रेड‍िट हो जाएगा. अभी तक टैक्‍स र‍िफंड प्रोसेस होने में 15 से 20 द‍िन तक का समय लग जाता था. लेक‍िन अब इसका टाइम पीर‍ियर घटने की उम्‍मीद जताई जा रही है. दरअसल, सरकार की तरफ से टैक्‍सपेयर्स को राहत देते हुए पैन (PAN) और बैंक खाते को ल‍िंक करने की नई सुव‍िधा शुरू की गई है.

एनपीसीआई ने शुरू की यह सुव‍िधा

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इनकम टैक्‍स ई-फाइलिंग पर PAN और बैंक अकाउंट के वेर‍िफ‍िकेशन से जुड़ी सुविधा शुरू की है. यह सुविधा टैक्‍सपेयर्स को इनकम टैक्‍स ई-फाइलिंग वेबसाइट पर PAN और बैंक अकाउंट को जोड़ने के प्रोसेस में मदद करती है. NPCI की तरफ से जारी सर्कुलर में कहा गया क‍ि इसका मकसद बैंकों के कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) से सीधे PAN ड‍िटेल, बैंक अकाउंट की स्थिति और अकाउंटहोल्‍डर की पहचान का र‍ियर टाइम में वेर‍िफ‍िकेशन करना है. इस सुविधा का ऐलान 17 जून 2025 को जारी सर्कुलर में क‍िया गया.

PAN और बैंक अकाउंट ल‍िंक करने पर सर्कुलर
इस पहल को आगे बढ़ाते हुए NPCI की तरफ से सरकारी विभागों के लिए खासतौर पर नया पैन और बैंक अकाउंट वेर‍िफ‍िकेशन एपीआई (API) पेश किया है. यह एपीआई बैंकों के कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) से सीधे पैन ड‍िटेल, बैंक अकाउंट की स्थिति और अकाउंट होल्‍डर के नाम का र‍ियल टाइम में वेर‍िफ‍िकेशन करने में मदद करेगा.

वेर‍िफ‍िकेशन के ल‍िए CBS का यूज क‍िया जाएगा
एनपीसीआई (NPCI) के 17 जून 2025 के सर्कुलर के अनुसार यह API सरकारी विभागों की तरफ से कस्‍टमर के अकाउंट के विवरण जैसे PAN वेर‍िफ‍िकेशन / अकाउंट स‍िचुएशन वेर‍िफ‍िकेशन / अकाउंटहोल्‍डर के नाम के सत्यापन के लिए उनके बैंक CBS (कोर बैंकिंग सिस्टम) से इस्तेमाल करेगा. यह भारत सरकार को दी जाने वाली सर्व‍िस है, इसलिए सभी मेंबर को प्राथमिकता के आधार पर लागू करने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी गई है.

नई सुविधा से आयकर रिफंड कैसे जल्दी मिलेगा?
जानकार बताते हैं क‍ि नई सुविधा पैन और बैंक अकाउंट की ड‍िटेल को तुरंत वेरिफाई करके इनकम टैक्‍स रिफंड और डीबीटी के प्रोसेस को तेज और त्रुटि रहित बनाएगी. इससे देरी कम होगी और फ्रॉड का र‍िस्‍क भी कम रहेगा. बैंकों को NPCI के सुरक्षित API स्‍टैंडर्ड को फॉलो करने के ल‍िए अपने सिस्टम को अपग्रेड करना होगा, जिसमें बड़े ऑपरेशनल बदलाव शामिल हो सकते हैं. इससे टैक्‍सपेयर को तेज और ब‍िना क‍िसी गलती के रिफंड का मिलेगा. इस बदलाव में सिस्टम अपग्रेड और साइबर स‍िक्‍योर‍िटी र‍िस्‍क भी कम होंगे.  

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