Upcoming IPO: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE के IPO का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा है कि NSE के IPO को लेकर अब कोई बाधा नहीं है. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या इस साल दिवाली से पहले एनएसई आईपीओ आ सकता है तो बाजार नियामक प्रमुख ने किसी भी समयसीमा पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
इस महीने की शुरुआत में, एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा था कि एनएसई पूंजी बाजार नियामक से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) का इंतजार कर रहा है और एक बार यह प्राप्त होने के बाद, स्टॉक एक्सचेंज बहुप्रतीक्षित आईपीओ के लिए अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू कर देगा.
NSE के CEO ने क्या कहा था?
आशीष चौहान ने कहा था कि एक्सचेंज ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से एनओसी की मांग की है. उन्होंने कहा था, "एनओसी मिलने के बाद हम अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) तैयार करेंगे और फिर, हम इसे सेबी को वापस भेज देंगे. इसके बाद, वे इसे मंजूरी देने के लिए अपना समय लेंगे."
बाजार में हेरफेर बर्दाश्त नहीं: सेबी चेयरमैन
पिछले महीने, सेबी के चेयरमैन ने कहा था कि एनएसई आईपीओ से जुड़े पेंडिंग मुद्दों को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा और नियामक इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा. 'एफई सीएफओ अवॉर्ड्स' में सेबी के चेयरमैन ने कहा कि बाजार में हेरफेर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और वे इस पर कड़ी नजर रखेंगे, क्योंकि एसएमई आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में हेरफेर बढ़ रहा है.
पूंजी बाजार नियामक ने हाल के दिनों में एसएमई आईपीओ से संबंधित कई आदेश जारी किए हैं, जिसमें फंड साइफनिंग, इश्यू सब्सक्रिप्शन में हेरफेर, गलत खुलासे और अन्य अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है.
उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "हम लगातार इस पर नजर रखेंगे. बाजार में हेरफेर के मामले में हम आगे चलकर बहुत सख्त रुख अपनाएंगे." डेरिवेटिव ट्रेडों, खासकर इंडेक्स ऑप्शंस में हेरफेर का मुद्दा भी सामने आया है और सेबी इन मुद्दों की जांच कर रहा है.
(इनपुट-IANS)