Old Tax Regime: नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हुए 20 दिन से भी ज्यादा का समय हो गया है. 1 अप्रैल से न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये तक की सालाना आमदनी पर सरकार की तरफ से किसी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जा रहा. इसके अलावा सैलरीड क्लास को 75000 रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन का भी फायदा मिलता है. इस तरह नए फाइनेंशिलय ईयर (FY 2025- 26) में यदि आपने न्यू टैक्स रिजीम को सिलेक्ट किया है तो आपको 12.75 लाख तक की आमदनी पर किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा. लेकिन अभी भी बहुत से लोग न्यू टैक्स रिजीम और ओल्ड टैक्स रिजीम को लेकर कंफ्यूज हैं.
ओल्ड टैक्स रिजीम में किसी तरह का बदलाव नहीं
आपको बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को पेश किये गए बजट में न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख तक की आमदनी पर टैक्स जीरो करने का ऐलान किया था. लेकिन ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. ऐसे में लोगों के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि ओल्ड रिजीम बेहतर है या न्यू रिजीम, बहुत से लोग इसी को लेकर कंफ्यूज हैं कि किस रिजीम को सिलेक्ट किया जाए, ताकि कम से कम टैक्स देना पड़े. अगर आपका भी यही सवाल है तो आइए हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. इसके लिए रिजीम और उसके इनकम टैक्स स्लैब को लेकर बात करते हैं.
न्यू टैक्स रिजीम और स्लैब
> 0-4 लाख तक----0 प्रतिशत
> 4 से 8 लाख तक---5 प्रतिशत
> 8 लाख से 12 लाख तक---10 प्रतिशत
> 12 लाख से 16 लाख तक---15 प्रतिशत
> 16 लाख से 20 लाख तक---20 प्रतिशत
> 20 लाख से 24 लाख तक---25 प्रतिशत
> 24 लाख से ज्यादा पर---30 प्रतिशत
कितने तक नहीं देना होगा टैक्स
न्यू टैक्स रिजीम के हिसाब से 12 लाख रुपये तक की आमदनी पर जीरो टैक्स देना होगा. लेकिन यदि आप इसमें स्टैंडर्ड डिडक्शन के 75000 रुपये जोड़ दें तो यह बढ़कर 12.75 लाख हो जाता है. यानी आपको 12.75 लाख तक किसी तरह का टैक्स नहीं देना होगा. इसके अलावा 20 से 24 लाख रुपये तक की सैलरी वालों के लिए न्यू टैक्स रिजीम के तहत 20 प्रतिशत का नया टैक्स स्लैब बन गया है. आइए देखते हैं ओल्ड टैक्स रिजीम के तहत टैक्स स्लैब-
> आमदनी-----------टैक्स का प्रतिशत
> 2,50,000 तक-----------कोई टैक्स नहीं
> 2,50,001 – 5,00,000-----------5%
> 5,00,001 – 10,00,000-----------20%
> 10,00,000 से अधिक-----------30%
ओल्ड टैक्स रिजीम किसके लिए फायदेमंद?
1 फरवरी 2025 को पेश हुए बजट में ओल्ड टैक्स रिजीम के तहत टैक्स स्लैब में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. इसमें ढाई लाख की इनकम टैक्स फ्री होने के अलावा आपको 80C (1.5 लाख), 80D (25,000+50,000) और होम लोन ब्याज (2 लाख रुपये तक) पर टैक्स बचाने की सुविधा मिलती है. इसे आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं कि यदि आप HRA, होम लोन या बड़े निवेश का फायदा लेते हैं तो ओल्ड रिजीम आपके लिए फायदेमंद है. अगर आप भी किराये पर रहते हैं, होम लोन देते हैं या मेडिकल खर्च करते हैं तो ओल्ड रिजीम ही बेहतर है.
न्यू और ओल्ड रिजीम किसके लिए बेहतर?
अगर आपकी सालाना सैलरी 12.75 लाख रुपये से कम है और आप जरूरी दस्तावेज जमा करने के झंझट से बचना चाहते हैं तो आपके लिए अभी भी न्यू टैक्स रिजीम ही बेहतर है. लेकिन यदि आपकी सैलरी 12.75 लाख रुपये से ज्यादा है और आप HRA, होम लोन और 80 सी-80डी के तहत निवेश करते हैं तो आपके लिए ओल्ड टैक्स रिजीम बेहतर है. इन सभी डिडक्शन का फायदा उठाने से ओल्ड रिजीम के तहत आपका टैक्स कम हो सकता है. न्यू रिजीम में भले ही सरकार ने टैक्स स्लैब कम रखा है लेकिन छूट नहीं मिलने से टैक्स की कुल देनदारी बढ़ सकती है.