Pakistan Share Market: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर सैन्य तनाव बढ़ने से दोनों देशों के शेयर बाजार पर असर देखा जा रहा है. इसका ज्यादा असर पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट पर देखा जा रहा है. शुक्रवार सुबह सेंसेक्स और निफ्टी ने लाल निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की. लेकिन इस दौना पाकिस्तान शेयर बाजार के कराची स्टॉक एक्सचेंज का एक बार फिर से बुरा हाल देखा गया. गुरुवार को रिकॉर्ड लेवल तक गिरने वाले पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) में शुक्रवार सुबह 2000 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गई. पाकिस्तानी अखबार डॉन ने लिखा है भारत के ड्रोन हमलों जिसमें कराची और लाहौर को निशाना बनाया गया, इसके बाद निवेशकों में डर फैल गया.
तीन कारोबारी सत्र में 1.3 ट्रिलियन रुपये घटा मार्केट कैप
इससे पहले गुरुवार को KSE-100 इंडेक्स के 6,948 अंक (6.32%) गिरने के बाद इसमें कारोबार बंद कर दिया गया था. इसके अलावा गुरुवार को ही KSE-30 भी 7 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया था. पाकिस्तान के शेयर बाजार में गुरुवार को आई गिरावट से मार्केट कैप 820 अरब कम हो गया था. पिछले तीन कारोबारी सत्र में PSX का कुल मार्केट कैप 1.3 ट्रिलियन रुपये कम हो गया. गुरुवार के कारोबारी सत्र में KSE-100 इंडेक्स में 10,000 अंक से ज्यादा का उतार-चढ़ाव देखा गया. दिन में एक समय यह 1872 अंक चढ़ गया था. लेकिन बाद में 8,410 अंक नीचे आ गया.
पाकिस्तानी निवेशकों में डर का माहौल
भारी गिरावट के कारण कारोबार को रोकना पड़ा. पाकिस्तानी निवेशकों में डर का माहौल बना हुआ है, क्योंकि भारत के हमलों ने आर्थिक अस्थिरता को बढ़ा दिया है. दूसरी तरफ शुक्रवार सुबह भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट देखी जा रही है. लेकिन यह पाकिस्तान के मुकाबले काफी कम है. सुबह करीब 11 बजे बीएसई सेंसेक्स 800 अंक से ज्यादा टूटकर 79,492 पर देखा गया. इसी तरह निफ्टी भी 268 अंक की कमजोरी के साथ 24,005 अंक पर आ गया.
IMF के फैसले पर टिकी निगाहें
पाकिस्तान के बाजार में निवेश करने वाले विदेशी निवेशकों को आज आईएमएफ (IMF) के फैसले का इंतजार है. अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या IMF पाकिस्तान के लिए आर्थिक मदद को आगे बढ़ाएगा. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केएसई-100 में करीब 15 प्रतिशत और केएसई-30 में भी 14 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है. पिछले साल पाकिस्तान के शेयर बाजार ने 22 साल में सबसे ज्यादा मुनाफा दिया था. लेकिन अब हालिया हालात को देखकर निवेशकों के बीच अफरा-तफरी है.