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बाजार में भीड़ देखकर सरकार ने द‍िया आश्‍वासन, चीजों का पर्याप्त स्टॉक, घबराने की जरूरत नहीं

Bharat Pakistan Tension: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाक‍िस्‍तान के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है. इस बीच कुछ लोग खाने-पीने की चीजों को स्‍टोर करने के ल‍िए बाजार में लाइन लगाकर खड़े हैं. इस पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने आश्‍वासन द‍िया है. 

बाजार में भीड़ देखकर सरकार ने द‍िया आश्‍वासन, चीजों का पर्याप्त स्टॉक, घबराने की जरूरत नहीं
Kriyanshu Saraswat|Updated: May 10, 2025, 01:21 PM IST
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Essential Items Availability: भारत और पाक‍िस्‍तान के बीच बॉर्डर पर तनाव बना हुआ है. पाक‍िस्‍तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा. शुक्रवार रात भारतीय सेना ने पाक‍िस्‍तान की तरफ से दागी गई म‍िसाइल और ड्रोन को हवा में ही मार ग‍िराया. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच सोशल मीड‍िया पर खाने-पीने की चीजों को स्‍टोर करने की सलाह दी जा रही है. व्‍हाट्सएप और एक्‍स पर वायरल हो रहे संदेशों में कहा जा रहा है क‍ि दोनों देशों के तनाव के बीच अपने घर में संबंध‍ित चीजों की स्‍टोरेज कर लें. इसका असर यह हो रहा है क‍ि बाजार और दुकानों में लोगों की भीड़ अचानक उमड़ पड़ी है.

खाने-पीने की चीजों को लेकर होड़ नहीं मचाने की सलाह

मौजूदा हालात को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से खाने-पीने की चीजों को लेकर होड़ नहीं मचाने की सलाह नागरिकों को दी है. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि देश में जरूरी वस्तुओं की क‍िसी तरह की कमी नहीं है. आम लोगों से अपील है कि वे घबराएं नहीं और न ही खाद्य सामग्री खरीदने के लिए बाजार में दौड़ लगाएं. केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भरोसा दिलाया है कि देश में सभी चीजों का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. चावल का मौजूदा स्टॉक 135 लाख मीट्रिक टन के बफर स्‍टैंडर्ड के मुकाबले 356.42 लाख मीट्रिक टन है.

383.32 लाख मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक
उन्‍होंने बताया, इसी तरह गेहूं का स्टॉक 276 लाख मीट्रिक टन के बफर स्‍टैंडर्ड के मुकाबले 383.32 लाख मीट्रिक टन है, जो जरूरत से काफी ज्यादा है, जिससे देशभर में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होती है. केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, 'मैं सभी को आश्‍वस्‍त करना चाहता हूं कि हमारे पास मौजूदा समय में सामान्य जरूरत से कई गुना ज्‍यादा स्टॉक है, चाहे वो चावल की बात हो या गेहूं हो या चना, अरहर, मसूर या मूंग जैसी दालें हों. इन सभी की क‍िसी तरह की कमी नहीं है, नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे घबराएं नहीं और न ही खाद्यान्न खरीदने के लिए बाजारों में भागदौड़ करें.'

17 लाख मीट्रिक टन खाद्य तेल का स्टॉक
इसके अलावा भारत के पास मौजूदा समय में करीब 17 लाख मीट्रिक टन खाद्य तेल का स्टॉक है. घरेलू स्तर पर सरसों के तेल की उपलब्धता चालू पीक उत्पादन सीजन के दौरान पर्याप्त है, जो खाद्य तेल की सप्लाई को और बढ़ा रहा है. चालू शुगर सीजन की शुरुआत 79 लाख मीट्रिक टन के कैरी-ओवर स्टॉक के साथ हुई. इथेनॉल प्रोडक्‍शन के लिए 34 लाख मीट्रिक टन के डायवर्जन को ध्यान में रखते हुए उत्पादन 262 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है. अब तक, करीब 257 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हो चुका है.

280 लाख मीट्रिक टन की घरेलू खपत और 10 लाख मीट्रिक टन के निर्यात को ध्यान में रखते हुए समापन स्टॉक करीब 50 लाख मीट्रिक टन होने की उम्मीद है, जो दो महीने की खपत से ज्‍यादा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनुकूल जलवायु परिस्थितियों को देखते हुए 2025-26 शुगर सीजन के लिए उत्पादन का पूर्वानुमान भी आशाजनक है. उन्होंने आगाह किया कि भ्रामक रिपोर्टों का शिकार न बनें और जमाखोरी या भंडारण में लिप्त किसी भी व्यक्ति पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जाएगा.

केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा, 'देश में खाद्य भंडार के बारे में प्रोपेगेंडा मैसेज पर विश्वास न करें. हमारे पास पर्याप्त खाद्य भंडार है, जो आवश्यक मानदंडों से कहीं अधिक है. व्यापारी, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता या व्यावसायिक संस्थाएं जो आवश्यक वस्तुओं के व्यापार से जुड़ी हैं, उन्हें कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया जाता है.' (IANS)

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