Ratan Tata Will: रतन टाटा को दुनिया से गए छह महीने से भी ज्यादा हो गए हैं. वसीयत के अनुसार उन्होंने अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान कर दिया है. उनकी कुल संपत्ति 3800 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसमें टाटा संस के शेयर और अन्य संपत्तियां भी शामिल हैं. वसीयत में ज्यादातर हिस्सा 'रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन' और 'रतन टाटा एंडोमेंट ट्रस्ट' को दान किया गया है. दोनों ही संस्थाओं को परोपकार और दान से जुड़े कामों के लिए बनाया गया है.
बहनों शिरीन और डीना को क्या दिया?
रतन टाटा ने बाकी वित्तीय संपत्तियों के एक तिहाई हिस्से को सौतेली बहन शिरीन जेजेभोय और डीना जेजेभोय को दिया है. उनके हिस्से में जो संपत्ति आई है उसमें बैंक एफडी, फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट, घड़ियां और पेंटिंग आदि शामिल हैं. इन संपत्तियों की कीमत करीब 800 करोड़ रुपये आंकी गई है. वसीयत में टाटा ने एक तिहाई हिस्सा मोहिनी एम दत्ता को दिया. दत्ता टाटा ग्रुप के पूर्व कर्मचारी और रतन टाटा के करीब थे.
भाई जिमी को मिला जुहू वाला बंगला
रतन टाटा का जुहू वाला बंगला उनके भाई जिमी नवल टाटा (82 साल) को मिलेगा. जिमी उनके एकमात्र जीवित वारिस हैं. करीबी दोस्त मेहली मिस्त्री को अलीबाग की संपत्ति और टाटा की तीन कीमती बंदूकें मिलेंगी. इसमें एक 0.25 (प्वाइंट 25 बोर) बोर की पिस्टल भी है. वसीयत के एग्जीक्यूटर्स ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अंतिम वसीयत के प्रोबेट के लिए याचिका दायर की थी. इसमें चार कोडीसिल (संशोधन) भी शामिल है. यह जानकारी ईटी की तरफ से किये गए रिव्यू में सामने आई है.
रतन टाटा की वसीयत में किये गए चार संशोधन
रतन टाटा की 23 फरवरी 2022 को की गई वसीयत में चार संशोधन हैं. वसीयत पर हस्ताक्षर और गवाही के बाद बदलाव के लिए कानूनी दस्तावेज होते हैं. अंतिम संशोधन में यह साफ किया गया है कि टाटा की तरफ से किये गए निवेश अन्य लिस्टेड स्टॉक और नॉन-लिस्टेड कंपनियों के शेयर साथ ही वे संपत्तियां जो विशेष रूप से कहीं और शामिल नहीं हैं, उनको रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन और रतन टाटा एंडोमेंट ट्रस्ट को बराबर-बराबर बांटा जाएगा.
पालतू जानवरों के लिए 12 लाख का फंड
वसीयत का प्रोबेट एक लीगल प्रोसेस है, जिसमें अदालत किसी मृत व्यक्ति की वसीयत की पुष्टि करती है. इसके तहत अदालत यह मानती है कि वसीयत असली है. साथ ही वसीयत में लिखी गई बातों के अनुसार प्रॉपर्टी का मैनेजमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन करने के लिए एग्जीक्यूटर को अधिकार देती है. 9 अक्टूबर 2024 को दुनिया छोड़ने वाले टाटा ग्रुप के मुखिया की इच्छा के अनुसार उनके प्यारे पालतू जानवरों के लिए 12 लाख रुपये कॉर्पस बनाया जाएगा. इसमें से हर तिमाही में 30,000 रुपये मिलेंगे.
शांतनु नायडू का लोन किया माफ
टाटा ने एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट शांतनु नायडू को दिया गया स्टूडेंट लोन और उनके पड़ोसी जेक मालिते को दिया गया इंटरेस्ट फ्री एजुकेशन लोन माफ कर दिया जाएगा. अदालती दस्तावेजों के अनुसार रतन टाटा के 4 लाख से ज्यादा नकद, लोकल बैंक अकाउंट और एफडी में करीब 367 करोड़ रुपये जमा थे. इसके अलावा उनकी 40 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्तियां भी थीं. इसमें सेशेल्स में जमीन, वेल्स फारगो बैंक और मॉर्गन स्टेनली में अकाउंट और एल्कोआ कॉर्प और होमेट एयरोस्पेस के शेयर शामिल थे.
संपत्ति की लिस्ट में बुल्गारी, पाटेक फिलिप, टिसोट और ऑडेमार्स पिगुएट जैसे ब्रांड की 65 घड़ियां शामिल हैं. टाटा ने सेशेल्स में अपनी जमीन आरएनटी एसोसिएट्स सिंगापुर को दी. जिमी टाटा को सिल्वर की कुछ चीजें और कुछ ज्वैलरी भी मिलेगी. जुहू की प्रॉपर्टी के आधे का मालिकाना हम मिलेगा. इसे रतन टाटा ने अपने पिता नवल एच टाटा से विरासत में पाया था. बाकी का हिस्सा सिमोन टाटा और नोएल टाटा के बीच बांटा जाएगा.