Ratan Tata Will: अक्टूबर में दुनिया को अलविदा कहने वाले रतन टाटा की वसीयत में कुछ चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं. टाटा ने अपनी 1500 करोड़ की संपत्ति में से एक तिहाई यानी 500 करोड़ को मोहिनी मोहन दत्ता (mohini mohan dutta) के नाम करने की बात कही है. मोहिनी मोहन ऐसी शख्स हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं. अचानक उनका नाम सामने आने के बाद रतन टाटा की प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर विवाद होने की आशंका जताई जा रही है. मोहिनी मोहन दत्ता टाटा ग्रपु के पूर्व कर्मचारी हैं और उनका दिवंगत रतन टाटा के साथ करीबी रिश्ता था. मोहिनी मोहन का नाम टाटा ग्रुप से जुड़े लोगों के लिए काफी चौंकाने वाला है.
मोहिनी और बाकी लोगों के बीच अनबन की खबर
उन्होंने रतन टाटा की वसीयत के आधार पर बड़े हिस्से का दावा कियाा है. उनकी मांग टाटा की वसीयत के निष्पादकों के अनुमान से काफी अलग है. रतन टाटा की संपत्ति के बंटवारे को लेकर मोहिनी मोहन दत्ता और बाकी लोगों में कुछ अनबन चलने की खबर है. ईटी में प्रकाशित के अनुसार जब इस बारे में मोहिनी मोहन दत्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. वसीयत की एग्जीक्यूटर टाटा की सौतेली बहन शीरीन और डीना जेजेभॉय ने इस पर कुछ कहने से इनकार कर दिया. मेहली मिस्त्री ने कहा, 'मैं इस व्यक्ति के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.' लेकिन इस सबके बीच सवाल यह है कि आखिर मोहिनी मोहन दत्ता हैं कौन?
कौन हैं मोहिनी मोहन दत्ता?
जमशेदपुर के रहने वाले मोहिनी मोहन दत्ता ट्रैवल सेक्टर में काम करते हैं. उनके लिए इतनी बड़ी रकम का मिलना किसी सपने से कम नहीं है. दत्ता की फैमिली 'स्टैलियन' (Stallion) नाम की एक ट्रैवल एजेंसी चलाता था, जिसका 2013 में ताज सर्विसेज में मर्जर हो गया. ताज सर्विसेज, ताज ग्रुप ऑफ होटल्स का हिस्सा है. स्टैलियन में दत्ता फैमिली की 80% हिस्सेदारी थी, जबकि बाकी 20% टाटा इंडस्ट्रीज के पास थी. मोहिनी दत्ता टीसी ट्रैवल सर्विसेज के डायरेक्टर भी रह चुके हैं, जो थॉमस कुक से जुड़ी कंपनी थी. दत्ता की दो बेटियों में से एक ने 2024 तक नौ साल तक टाटा ट्रस्ट्स में काम किया. उससे पहले वह ताज होटल्स में काम करती थी.
रतन टाटा की बर्थ एनिवर्सरी में भी बुलाया गया
टाटा ग्रुप के सूत्रों का दावा है कि दत्ता खुद को टाटा फैमिली का करीबी बताते थे. अक्टूबर 2024 में रतन टाटा के अंतिम संस्कार के दौरान मीडिया में दत्ता ने कहा था कि वह रतन टाटा से जमशेदपुर के डीलर्स हॉस्टल में पहली बार मिले थे. उस समय रतन टाटा की उम्र महज 24 साल थी. उन्होंने कहा, टाटा ने मेरी मदद की और मुझे जीवन में आगे बढ़ाया. उन्होंने दावा किया था कि वह पिछले 60 साल से एक-दूसरे के संपर्क में थे. मोहिनी दत्ता को दिसंबर 2024 में मुंबई के एनसीपीए में आयोजित रतन टाटा की बर्थ एनिवर्सरी में भी बुलाया गया था.
कानूनी विशेषज्ञों को संपत्ति के बंटवारे में जांच की उम्मीद
रतन टाटा की ज्यादाती संपत्ति चैरि टी के लिए समर्पित है. उनकी जिन सौतेली बहनों को लाभार्थी बनाया गया, उन्होंने भी अपनी हिस्सेदारी दान में वापस करने की इच्छा जताई है. इस खुलासे के बाद कानूनी विशेषज्ञों को संपत्ति के बंटवारे में जांच की उम्मीद है. टाटा की सौतेली बहनें भी अपना हिस्सा दान करना चाहती हैं. अब इन खबरों के सामने आने के बाद टाटा ग्रुप में काफी चर्चा हो रही ळै. कानूनी जानकार इस पर फोकस कर रहे हैं कि संपत्ति का बंटवारा कैसे किया जाए. अपनी जिंदगी के आखिरी समय में संपत्ति का बड़ा हिस्सा देने के लिए दो संस्थाएं बनाई थीं रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन और रतन टाटा एंडोमेंट ट्रस्ट.