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HDFC-PNB-SBI के ग्राहक ध्‍यान दें, इस काम के ल‍िए नहीं जाएं ब्रांच; RBI ने लगाई फटकार

Shaktikanta Das: RBI ने कहा कि खाताधारक ने e-kyc करा लिया है या केवाईसी प्रोसेस को सी-केवाईसी पोर्टल पर पूरा कर लिया है तो बैंकों को ब्रांच लेवल पर सर्ट‍िफाई करने और जानकारी अपडेट करने के लिए नहीं कहना चाहिए. 

HDFC-PNB-SBI के ग्राहक ध्‍यान दें, इस काम के ल‍िए नहीं जाएं ब्रांच; RBI ने लगाई फटकार
Kriyanshu Saraswat|Updated: Dec 08, 2022, 11:37 AM IST
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Bank Account e-kyc: अगर आपको भी बैंक की तरफ से केवाईसी (KYC) कराने का मैसेज आता रहता है और आप इसे देखकर कुछ देर के ल‍िए परेशान हो जाते हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, प‍िछले कुछ द‍िनों से पीएनबी की तरफ से ग्राहकों को केवाईसी पूरा करने के ल‍िए रज‍िस्‍टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जर‍िये बताया जा रहा है. बैंक की तरफ से भेजे गए मैसेज में बताया गया क‍ि यद‍ि आपने क‍िसी कारणवश केवाईसी नहीं कराया है तो 12 द‍िसंबर तक करा लें, वरना आप 13 द‍िसंबर की आधी रात से ट्रांजेक्‍शन नहीं कर पाएंगे.

ऑनलाइन ही क‍िये जा सकते हैं अपडेट
केवाईसी की तरफ से कुछ बैंकों के ग्राहकों की श‍िकायत के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) ने कहा कि यदि खाताधारक ने ई-केवाईसी (e-kyc) करा लिया है या केवाईसी प्रोसेस को सी-केवाईसी पोर्टल पर पूरा कर लिया है तो बैंकों को ब्रांच लेवल पर सर्ट‍िफाई करने और जानकारी अपडेट करने के लिए नहीं कहना चाहिए. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि बैंकों के ऐसे ग्राहक केवाईसी प्रोसेस ऑनलाइन तरीके से पूरा कर लेते हैं तो हर साल क‍िसी तरह का बदलाव या अपडेट ऑनलाइन भी क‍िया जा सकता है.

पोर्टल से ही कलेक्‍ट कर लें जानकारी
आरबीआई गवर्नर ने कहा क‍ि बैंकों को ऐसे ग्राहकों को चीजें सर्ट‍िफाई करने के ल‍िए ब्रांच में आने का दबाव नहीं बनाना चाह‍िए. इसी तरह केवाईसी ड‍िटेल को सी-केवाईसी पोर्टल पर अपलोड कर चुके ग्राहकों को भी सर्ट‍िफाई के लिए बैंक में आने को नहीं कहना चाहिए. उन्होंने कहा कि ग्राहक अपनी रज‍िस्‍टर्ड ईमेल आईडी या मोबाइल से बैंक को ईमेल या मैसेज के जर‍िये जानकारी दे सकते हैं क‍ि वे सी-केवाईसी पोर्टल से उनकी केवाईसी जानकारी ले लें.

आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि ब्रांच लेवल पर इस बारे में जागरूकता की कमी है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक नियमित तौर पर बैंकों से कहता है कि वे इस तरह के विवरण के लिए ग्राहकों को परेशान न करें. (इनपुट PTI)

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