trendingNow12769750
Hindi News >>बिजनेस
Advertisement

सरकार को रिजर्व बैंक सौपेंगी ₹2.5 लाख करोड़ का चेक ! ये कौन सा पैसा जो बैंक सरकार को सौंपती है ?

RBI Dividend: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) आज सरकार को बड़ा चेक सौंप सकती है. हर साल की तरह इस साल भी केंद्रीय बैंक सरकार को चेक सौंपने वाली है. आप सोच रहे हैं कि आखिर आरबीआई सरकार को क्यों चेक सौंपेंगी ? दरअसल  आरबीआई को लाभांस का हिस्सा सौपेगी.

सरकार को रिजर्व बैंक सौपेंगी ₹2.5 लाख करोड़ का चेक ! ये कौन सा पैसा जो बैंक सरकार को सौंपती है ?
Bavita Jha |Updated: May 23, 2025, 01:38 PM IST
Share

RBI: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) आज सरकार को बड़ा चेक सौंप सकती है. हर साल की तरह इस साल भी केंद्रीय बैंक सरकार को चेक सौंपने वाली है. आप सोच रहे हैं कि आखिर आरबीआई सरकार को क्यों चेक सौंपेंगी ? दरअसल  आरबीआई को लाभांस का हिस्सा सौपेगी. वित्त वर्ष (2024-25) के लिए केंद्र सरकार को दिए जाने वाले लाभांश की राशि की घोषणा कर दी गई है. जिसका चेक अब आरबीआई  सरकार को सौंपने वाली है.  

सरकार को सौंपेगी 2.5 लाख करोड़ का चेक  

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आरबीआई ने सरकार को रिकॉर्ड 2.1 लाख करोड़ रुपये लाभांश ट्रांसफर किया था, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में किए गए भुगतान  87,416 करोड़ रुपये से दोगुनी से भी अधिक थी.  माना जा रहा है कि आरबीआई का केंद्रीय निदेशक मंडल 23 मई को होने वाली बैठक में इस पर फैसले लेकर  इसे सरकार को सौंपेगी.  

इस साल कितने की उम्मीद  

पिछले साल केंद्रीय बैंक से सरकार को 2.1 लाख करोड़ का डिविडेंट मिला था. वहीं इस साल चेक का अमाउंट इससे बड़ा होने की उम्मीद है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट उम्मीद जताई गई थी कि इस बार आरबीआई और सरकारी बैंकों से सरकार को 2.56 लाख करोड़ की डिविडेंड आय मिल सकती है.  ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि सरकार को इस साल केंद्रीय बैंक से 2.1 लाख करोड़ से बड़ा चेक मिल सकता है. इस बार लाभांश भुगतान अधिक होने की उम्मीद है, जिसके बारे में निर्णय आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल  लेगा, जिसकी बैठक 23 मई को होने वाली है. बता दें कि इस बार जून में होने वाली आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक में एक बार फिर से रेपोट रेट में कटौती की उम्मीद है, माना जा रहा है कि आरबीआई एक बार फिर से ब्याज दरों में कटौती कर लोगों को राहत दे सकती है .    

Read More
{}{}