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आज से आपकी होम लोन EMI को कम करने पर RBI का मंथन शुरू, जान‍िए कैसे होगा 18744 रुपये का फायदा?

Home Loan EMI: बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने कहा, 'एमपीसी ने साफ तौर पर न्यूट्रल से अकोमोडेटिव रुख अपनाया है, जो र‍िजर्व बैंक की ल‍िक्‍व‍िड‍िटी बढ़ाने और डेवलपमेंट को सपोर्ट करने की मंशा को दर्शाता है. अप्रैल में खुदरा महंगाई 3.2 प्रतिशत पर आने से यह स्थिति और मजबूत हो गई है. 

आज से आपकी होम लोन EMI को कम करने पर RBI का मंथन शुरू, जान‍िए कैसे होगा 18744 रुपये का फायदा?
Kriyanshu Saraswat|Updated: Jun 04, 2025, 03:15 PM IST
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RBI MPC Repo Rate: ब्याज दरों की समीक्षा के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया (RBI) की मौद्रिक नीति कमेटी (MPC) की मीट‍िंग बुधवार से शुरू हो गई. इकोनॉ‍म‍िस्‍ट और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट या 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है. आरबीआई (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा 6 जून को एमपीसी के फैसलों का ऐलान करेंगे. इससे पहले की दो एमपीसी मीट‍िंग में केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट में 50 बेस प्‍वाइंट की कटौती की जा चुकी है, जिसके कारण रेपो रेट घटकर 6 प्रतिशत पर आ गया है.

रेपो रेट में इस बार क‍ितनी होगी कटौती?

इकोनॉमी में ब्याज दर कटौती की पॉज‍िट‍िव स‍िचुएशन के कारण बाजार के जानकार मान रहे हैं क‍ि इस बार केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती कर सकता है, जिससे यह घटकर 5.75 प्रतिशत पर आ जाएगी, जो कि फिलहाल 6 प्रतिशत है. महंगाई दर आरबीआई के मध्यम अवधि के लक्ष्य 4 प्रतिशत से लगातार नीचे बनी हुई है, जबकि हाल ही में अमेरिकी नीतिगत कदमों जैसे बाहरी झटकों के कारण जीडीपी ग्रोथ में नरमी दिख रही है. कई रेटिंग एजेंसियों और ग्‍लोबल इंस्‍टीट्यूशन ने फाइनेंश‍िलय ईयर 2026 के लिए देश के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है.

जुलाई 2019 के बाद महंगाई का सबसे कम लेवल
आरबीआई ने अप्रैल में अपने 6.5 प्रतिशत विकास अनुमान को बरकरार रखा. लेकिन बाकी ने अनुमान में बदलाव कर इसे 6.0 प्रतिशत से 6.3 प्रतिशत तक कर दिया है. बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने कहा, 'एमपीसी ने स्पष्ट रूप से न्यूट्रल से अकोमोडेटिव रुख अपनाया है, जो आरबीआई की ल‍िक्‍व‍िड‍िटी बढ़ाने और डेवलपमेंट को समर्थन देने की मंशा को दर्शाता है. अप्रैल में खुदरा महंगाई दर के 3.2 प्रतिशत पर आने से यह स्थिति और मजबूत हो गई है, जो क‍ि जुलाई 2019 के बाद महंगाई का सबसे कम स्तर है.'

रेपो रेट में 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती की उम्‍मीद
हाल में आई एसबीआई की रिपोर्ट में बताया गया था कि अन‍िश्‍च‍ित माहौल को संतुलित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जून महीने में एमपीसी के दौरान रेपो रेट में 50 बेस‍िस प्‍वाइंट तक की कटौती कर सकता है. एसबीआई रिपोर्ट में कहा गया, 'हमारा अनुमान है कि आरबीआई ग्रोथ रेट को सपोर्ट करने के लिए रेपो रेट में 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती कर सकता है.' बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट का कहना है कि आने वाली आरबीआई एमपीसी में रेपो रेट में 25 बेस प्‍वाइंट की कटौती हो सकती है.

होम लोन लेने वाले ग्राहकों को म‍िलेगा फायदा
अगर शुक्रवार को आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट में 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती की जाती है तो रेपो रेट घटकर 5.5 प्रत‍िशत पर आ जाएगा. लेक‍िन यद‍ि इसमें 25 बेस‍िस प्‍वाइंट की कमी की गई तो रेपो रेट घटकर 5.75 प्रत‍िशत रह जाएगा. दोनों ही स्‍थ‍ितियों का फायदा होम लोन लेने वाले ग्राहकों को म‍िलेगा. यहां हम 50 लाख रुपये के होम लोन पर 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की कटौती के साथ कैलकुलेशन करेंगे क‍ि हर महीने क‍ितने का फायदा होगा? लोन के रीपेमेंट की अवध‍ि 20 साल के करीब रहेगी.

50 लाख का लोन 20 साल के ल‍िए
मान लीज‍िए आपने 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के ल‍िए ले रखा है, इस पर आपकी ब्‍याज दर 8.35 प्रत‍िशत है. यद‍ि रेपो रेट में 50 बेसिस प्‍वाइंट की कटौती होती है तो ब्‍याज दर 0.5 प्रत‍िशत घटकर 7.85 प्रत‍िशत पर आ जाएगी. 8.35 प्रत‍िशत के बेस पर आपकी ईएमआई 42,918 रुपये होती है. लेक‍िन यद‍ि ब्‍याज दर में आधा प्रत‍िशत की कटौती होती है तो ईएमआई घटकर 41,356 रुपये रह जाएगी. इस तरह एक महीने की ईएमआई में आपको 1562 रुपये का फायदा होगा. इसे अगल एनुअल बेस पर काउंट करें तो यह (1562*12)=18,744 रुपये होता है. 

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