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RBI के प्रॉफ‍िट में जबरदस्‍त उछाल, र‍िजर्व बैंक ने कहां से कमाया 2.69 लाख करोड़?

आरबीआई की फॉरेन स‍िक्‍योर‍िटीज से ब्याज से होने वाली आमदनी 9.70 लाख करोड़ रुपये रही, जो क‍ि पिछले साल 6.53 लाख करोड़ रुपये थी. इस बढ़ोतरी से आरबीआई की इनकम में बड़ा योगदान रहा.

RBI के प्रॉफ‍िट में जबरदस्‍त उछाल, र‍िजर्व बैंक ने कहां से कमाया 2.69 लाख करोड़?
Kriyanshu Saraswat|Updated: May 29, 2025, 04:38 PM IST
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RBI Net Income: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नेट इनकम में जबरदस्‍त उछाल देखा गया है. फाइनेंश‍िलय ईयर 2025 (FY25) में र‍िजर्व बैंक की शुद्ध आय बढ़कर 2.69 लाख करोड़ रुपये हो गई. यह प‍िछले साल की 2.11 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 27.3% की ग्रोथ है. 29 मई को जारी आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के अनुसार इस राशि को महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार को डिविडेंड के रूप में घोषित किया गया था.

विदेशी मुद्रा लेनदेन से 11.1 लाख करोड़ का प्रॉफ‍िट हुआ

आरबीआई ने विदेशी मुद्रा लेनदेन (Foreign Exchange Transaction) से 11.1 लाख करोड़ रुपये का प्रॉफ‍िट कमाया है. यह प‍िछले साल 8.36 लाख करोड़ रुपये था. जनवरी में आरबीआई एशिया के दूसरे केंद्रीय बैंकों के मुकाबले सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार का सेलर था. सितंबर 2024 में विदेशी मुद्रा भंडार 704 बिलियन डॉलर के टॉप लेवल पर था. नोमुरा और डीबीएस बैंक (Nomura and DBS Bank) के अनुमान के अनुसार आरबीआई ने तब से लेकर 125 बिलियन डॉलर से ज्‍यादा के डॉलर की ब‍िक्री की.

ब्याज से होने वाली आमदनी 9.70 लाख करोड़ रुपये
आरबीआई की फॉरेन स‍िक्‍योर‍िटीज से ब्याज से होने वाली आमदनी 9.70 लाख करोड़ रुपये रही, जो क‍ि पिछले साल 6.53 लाख करोड़ रुपये थी. इस बढ़ोतरी से आरबीआई की इनकम में बड़ा योगदान रहा. इस महीने हुई आरबीआई की 616वीं सेंट्रल बोर्ड मीट‍िंग में ग्‍लोबल और घरेलू आर्थिक स्थिति (domestic economic scenario) की समीक्षा की गई. बोर्ड की तरनफ से 2,68,590 करोड़ रुपये का सरप्लस अमाउंट केंद्र सरकार को ट्रांसफर करने का फैसला किया है. इस पैसे से सरकार के वित्तीय दबाव को कम क‍िया जा सकेगा.

CRB को बढ़ाना जारी रखा
आरबीआई ने अपने कॉन्टिन्जेंसी रिस्क बफर (CRB) को बढ़ाना जारी रखा, यह बैड लोन, संपत्ति मूल्य में ग‍िरावट या आर्थिक झटकों से बचाव करता है. महामारी के दौरान यह 5.5% था, जिसे FY23 में 6% और FY24 में बढ़ाकर 6.5% कर द‍िया गया है. डिविडेंड की रकम केंद्र सरकार के लिए बड़ी राहत है. इससे सरकार का फ‍िक्‍सल डेफि‍स‍िट में ग‍िरावट आ सकती है. इसके अलावा सरकार के खर्च से बैंकिंग सिस्टम में नकदी बढ़ेगी, जो क‍ि जुलाई की शुरुआत से दिखाई देनी शुरू होगी. 

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