Gurugram Property Price: दिल्ली-एनसीआर में घरों की तेजी से बढ़ती कीमत के बीच लाइफ कितनी मुश्किल हो गई है, इसका अंदाजा आप सोशल मीडिया की हालिया पोस्ट से लगा सकते हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक पोस्ट ने देश में बढ़ती रियल एस्टेट कीमत और घर खरीदने की मुश्किलों पर बहस छेड़ दी है. टेक प्रोफेशनल अखिलेश ने गुरुग्राम में रहने वाले अपने दोस्त की कहानी शेयर की है. उन्होंने लिखा कि मेरे दोस्त का सालाना 20 लाख रुपये का पैकेज है, लेकिन वह फिर भी अपना घर नहीं खरीद पा रहा.
गुरुग्राम में अधिकतर प्रोजेक्ट की कीमत का ढाई करोड़
अखिलेश ने सोशल मीडिया पर लिखी में बताया कि उनके दोस्त की मंथली सैलरी टैक्स और कटौती के बाद करीब 1.2 लाख रुपये महीना है. उसकी लाइफ भी एकदम सिंपल है, उसके पास न कार है, न बच्चे हैं और न ही लाइफस्टाइल पर ज्यादा खर्च है. फिर भी वह घर नहीं खरीद पा रहा. इसका कारण, उन्होंने गुरुग्राम में हर रिहायशी प्रोजेक्ट की कीमत का ढाई करोड़ रुपये बताया है. इन घरों में इनफिनिटी पूल, जेन गार्डन, बायोमेट्रिक लिफ्ट और विदेशी मार्बल फर्श जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. इससे साफ है कि डेवलपर्स लग्जरी खरीदारों को फोकस कर रहे हैं न कि आम आदमी को.
मेट्रो सिटी में घर खरीदना कितना मुश्किल?
अखिलेश की पोस्ट शहरी प्रोफेशनल्स के बीच खूब वायरल हो रही है. इसके बाद लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि देश में टॉप 5% आमदनी वालों के लिए भी मेट्रो सिटी में घर खरीदना कितना मुश्किल है. घर खरीदने का मतलब है कि आप हर महीने अपनी पूरी कमाई को खर्च कर दें और किसी तरह का इमरजेंसी फंड न बनाए, न ही मौज-मस्ती के लिए पैसे बचाए. अखिलेश ने कहा, 'मार्केट खराब नहीं है. यह बिल्कुल उसी तरह काम कर रहा है, जैसा इसे किसी और के लिये बनाया गया है.'
was having a discussion with a friend in gurgaon. his ctc is 20 lakh. his in-hand is around 1.2 lakh per month after taxes, epf, and deductions. he doesn't splurge. no car. no kids. just a waifu.
every project he visits starts at 2.5 crore. the brochures talk about infinity…
— akhilesh (@akhileshutup) June 5, 2025
अमीर खरीदार और NRI के बीच लग्जरी घरों की मांग बढ़ी
इस पोस्ट के जरिये बड़ी समस्या की तरफ इशारा किया गया है. तेजी से बढ़ते शहरीकरण, निवेश और अल्ट्रा-लग्जरी हाउसिंग की मांग ने अच्छी कमाई वालों के लिए भी घर खरीदना मुश्किल कर दिया है. एनरॉक की साल 2024 की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली एनसीआर में 59%, हैदराबाद में 18% और मुंबई मेट्रो एरिया में 12% नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की कीमत 2.5 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इससे साफ है कि अमीर खरीदार और एनआरआई (प्रवासी भारतीयों) के बीच लग्जरी घरों की मांग बढ़ रही है.
जीआरआई क्लब की रिपोर्ट के अनुसार एनआरआई लंबे समय तक प्रॉपर्टी बनाने के लिए बड़े शहरों में प्रीमियम घर खरीद रहे हैं. नए प्रोजेक्ट्स अल्ट्रा-लग्जरी घरों पर फोकस्ड हैं, मिड-इनकम और प्रीमियम सेगमेंट में घरों की कमी है. साल 2017 में रेरा लागू होने के बाद नियमों का पालन करने वाले और समय पर डिलीवरी देने वाले डेवलपर्स पर भरोसा बढ़ा है. इससे एनआरआई भी इस तरह के प्रोजेक्ट को पसंद कर रहे हैं.