Upcoming IPOs: एग्रीकल्चर वेस्टेज को क्लीन एनर्जी में बदलने वाली कंपनी SAEL अगले 12 महीने में IPO लाने की तैयारी कर रही है. कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) लक्षित आवला ने कहा है कि फर्म IPO को मैनेज करने के लिए फिलहाल मर्चेंट बैंकर की तलाश कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग एसएईएल के ऑपरेटिंग को बढ़ाने के लिए किया जाएगा.
इसके तहत कंपनी की सेल विनिर्माण क्षमता, स्वतंत्र बिजली उत्पादक (IPP) कारोबार और अपशिष्ट से ऊर्जा पहल के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि एसएईएल दुनिया की एकमात्र 100 प्रतिशत धान आधारित बायोमास अपशिष्ट से ऊर्जा परिचालक है और वैश्विक स्तर पर धान के भूसे की सबसे बड़ी एकल औद्योगिक विक्रेता है.
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कारोबार
उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में फैले अपने 11 बायोमास संयंत्रों के माध्यम से कंपनी सालाना लगभग 20 लाख टन कृषि अपशिष्ट का प्रसंस्करण करती है. इस संयंत्रों की स्थापित क्षमता 165 मेगावाट की है. उन्होंने कहा कि इस रूपांतरण के परिणामस्वरूप स्वच्छ और भरोसेमंद हरित ऊर्जा प्राप्त होती है, जो वायु प्रदूषण से निपटने, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने और हजारों किसानों और ग्रामीण समुदायों के लिए स्थायी आजीविका का समर्थन करने में मदद करती है.
क्या-क्या करती है कंपनी?
कृषि आधारित अपशिष्ट से ऊर्जा संचालन के अलावा, एसएईएल सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी सक्रिय है. इसने एक अग्रणी सौर आईपीपी के रूप में अपनी उपस्थिति का तेजी से विस्तार किया है. इसमें पूरे भारत में छह गीगावाट से अधिक का सौर ऊर्जा परियोजनाओं का पोर्टफोलियो शामिल है, जिसमें परिचालन और निर्माणाधीन दोनों संपत्तियां शामिल हैं. इस बढ़ती उत्पादन क्षमता का समर्थन करने के लिए एसएईएल ने अपने सौर मॉड्यूल निर्माण में काफी वृद्धि की है.
(इनपुट- भाषा)